इजरायल ने 3 दिन में ईरान को दिए सात बड़े जख्म, कहां-कहां और कितना नुकसान
तीन दिन में सात बड़े हमले... इजरायल का ईरान में घुसकर यह हमला बेहद सटीक है। जानकार मानते हैं कि इजरायल ने बेहद सोच-समझकर ईरान की रीढ़ पर वार किया है। ईरान के दिल पर दिए ये जख्म अब तस्वीरों के रूप में सामने आए हैं।

Israel Iran war Satellite Images: ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते युद्ध की आंच अब केवल सीमा तक सीमित नहीं है, यह युद्ध आकाश में उड़ते उपग्रहों और खुफिया विश्लेषणों तक जा पहुंचा है। ताज़ा खुलासों में सामने आया है कि इज़रायल ने पिछले तीन दिनों में ईरान की सैन्य और परमाणु ताक़त को सात बड़े ज़ख्म दिए हैं। ये हमले न केवल रणनीतिक हैं, बल्कि ईरान की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की जड़ों तक पहुंचे हैं। तो कहां-कहां और कितना नुकसान हुआ है? आइए एक-एक करके समझते हैं।
अमेरिकी कंपनियों Maxar, Umbra Space और Planet Labs द्वारा जारी सैटेलाइट चित्रों ने दुनिया को दिखाया कि इजरायल की स्ट्राइक ने ईरान को कितनी गहराई तक वार किया है।
तबरीज के पास मिसाइल अड्डा
उत्तर-पश्चिम ईरान के तबरीज़ शहर के पास स्थित मिसाइल परिसर पर जबरदस्त हमला हुआ। उपग्रह से ली गई तस्वीरों और खुफिया जानकारों के अनुसार यहां हथियारों के भंडारण केंद्र, मिसाइल छिपाने वाले आश्रय स्थल और भूमिगत सुरंगें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुईं हैं। तीन स्थानों से उठते धुएं के विशाल गुबार उपग्रह तस्वीरों में साफ देखे गए।
तेहरान के नजदीक मिसाइल अड्डा तबाह
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, तेहरान के पास स्थित रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रमुख मिसाइल अड्डे पर भी सीधा हमला हुआ, जिसमें एक विशाल ढांचा पूरी तरह से नष्ट हो गया। यह केंद्र ईरान की दीर्घ दूरी की मारक क्षमता का प्रमुख आधार माना जाता है।
पिरानशहर में रडार केंद्र
पश्चिम अज़रबैजान में यहां रिवोल्यूशनरी गार्ड का एक महत्वपूर्ण रडार स्टेशन स्थित था, जो मिसाइल चेतावनी प्रणाली का भाग था। हमले में इस केंद्र की कई इमारतें पूरी तरह से ढह गईं।
नतांज परमाणु केंद्र – सबसे बड़ी चोट
नतांज में स्थित परमाणु संयंत्र पर जबरदस्त हमला हुआ है। यह वही स्थान है जहां ईरान उच्च स्तर पर यूरेनियम का संवर्धन करता है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा संस्था के अनुसार, परमाणु ईंधन संयंत्र का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से नष्ट हो गया, वहीं विद्युत संयंत्र भी जला हुआ पाया गया। यह केंद्र ईरान के परमाणु कार्यक्रम का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है।
इस्फहान में परमाणु संयंत्र पर हमला
यहां चार प्रमुख भवनों को निशाना बनाया गया जिनमें यूरेनियम रूपांतरण केंद्र और ईंधन प्लेट निर्माण इकाई शामिल हैं। सैटेलाइट चित्रों में दो इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त दिखीं, साथ ही परिसर के चारों ओर जले हुए चिह्न भी नज़र आए।
हालांकि इस इलाके से प्राप्त चित्र अपेक्षाकृत धुंधले हैं, लेकिन वहां एक क्षेत्र में जलने के स्पष्ट निशान और दो भवनों में नुकसान के संकेत मिले हैं।
ईंधन भंडारण और नियंत्रण ढांचे ध्वस्त
इसके अतिरिक्त कुछ हमलों में ईंधन और मिसाइल नियंत्रण केंद्रों को भी निशाना बनाया गया, जिससे ईरान की आगामी जवाबी तैयारी कमजोर पड़ी है। परमाणु संस्था ने साफ किया है कि इन हमलों के बावजूद नतांज और इस्फहान से किसी प्रकार की विकिरण की बढ़ोतरी दर्ज नहीं हुई है।
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