अमेरिका में ऐसा पहली बार, क्रिमिनल कोर्ट में सरेंडर होंगे डोनाल्ड ट्रंप; 35 हजार पुलिसकर्मी तैनात
अमेरिका में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब राष्ट्रपति रहे किसी शख्स पर क्रिमिनल केस में आरोप तय होंगे। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज न्यूयॉर्क के मैनहटन की अदालत में पेश होंगे।

अमेरिका में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब राष्ट्रपति रहे किसी शख्स पर क्रिमिनल केस में आरोप तय होंगे। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज न्यूयॉर्क के मैनहटन की अदालत में पेश होंगे। उन पर आपराधिक मामला चल रहा है और 2016 के चुनाव प्रचार के दौरान पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को 1.30 लाख डॉलर की रकम दिए जाने के मामले में उन पर आज आरोप तय होने हैं। इस केस में उन पर गिरफ्तारी की तलवार भी लट रही है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप सरेंडर करेंगे और फिर उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। उन पर करीब दो दर्जन से ज्यादा गंभीर आरोप हैं।
इस मामले ने अमेरिका में हलचल मचा रखी है और ट्रंप के समर्थकों का जमावड़ा न्यूयॉर्क में देखा जा रहा है। यही वजह है कि ट्रंप टावर से लेकर मैनहटन की उस अदालत तक 35 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जहां पूर्व राष्ट्रपति की पेशी होनी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मामले में ग्रैंड ज्यूरी इस बात पर राज़ी हुई है कि उनके ख़िलाफ़ लगाए गए आरोपों को औपचारिक रूप दिया जाना चाहिए। भारतीय समयानुसार रात को करीब 11:15 बजे ट्रंप की पेशी होगी और उन्हें अदालत में बताया जाएगा कि उनके ऊपर क्या आरोप तय किए गए हैं।
अमेरिका के लंबे लोकतांत्रिक इतिहास में यह पहला मौका है, जब किसी पूर्व राष्ट्रपति पर औपचारिक तौर पर मुकदमा चलाने पर सहमति बनी है। इस तरह ट्रंप के राजनीतिक करियर में उनके ऊपर यह बड़ा दाग लग गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मैनहटन क्रिमिनल कोर्ट में ट्रंप सरेंडर करेंगे, जहां उन्हें अरेस्ट करके फिंगरप्रिंट लिए जाएंगे और फिर अदालत में पेशी होगी। वह हिरासत में कुछ ही समय बिताएंगे। ट्रंप समर्थकों की ओर प्रदर्शन की आशंका भी प्रशासन को सता रही है। इसी के चलते बड़े पैमाने पर फोर्स की तैनाती की गई है।

ट्रंप बोले- बदला लिया जा रहा, दोषी हुए तो 4 साल कैद
इस बीच अमेरिकी कानून के जानकारों का कहना है कि आज ही पता चलेगा कि डोनाल्ड ट्रंप पर यात्रा पाबंदियां लगेंगी या नहीं। यदि उन्हें इस मामले में दोषी पाया जाता है तो उन्हें अधिकतम 4 साल कैद की सजा हो सकती है। इस बीच डोनाल्ड ट्रंप ने अपने खिलाफ चल रहे मामले को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल के जरिए मैनहटन के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी पर निशाना साधा है। उन्होंने प्रॉसीक्यूटर को 'बेशर्म' बताते हुए कहा कि वे तो जो बाइडेन के काले कारनामों को अंजाम दे रहे हैं।
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