खुशखबरी: दुनिया में पहली बार प्रत्यारोपित गर्भाशय से हुआ बच्चे का जन्म, डॉक्टरों ने रचा इतिहास
- ब्रिटेन में पहली बार एक महिला ने प्रत्यारोपित गर्भाशय के जरिए बच्चे को जन्म दिया है। लंदन की इस महिला की कहानी ऐसी कई महिलाओं के लिए उम्मीद की रोशनी है जिनका जन्म बिना गर्भाशय के होता है।

मेडिकल साइंस के जगत से एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। यहां ब्रिटेन की एक बच्ची गर्भाशय प्रत्यारोपण से जन्म लेने वाली दुनिया की पहली बच्ची बन गई है। उत्तरी लंदन की 36 वर्षीय ग्रेस डेविडसन ने हाल ही में इस बच्ची को जन्म दिया है जो अपनी तरह का पहला मामला है। इससे पहले 2023 में महिला को उसकी बड़ी बहन ने अपना युटेरस दान करने का फैसला किया था। गर्भाशय प्रत्यारोपण की प्रक्रिया की बड़ी सफलता के बाद उसने एमी इसाबेल नाम की बच्ची को जन्म दिया है। जानकारों के मुताबिक यह खबर उन हजारों महिलाओं के लिए आशा की एक किरण है जो बिना गर्भाशय के जन्म लेती हैं या जिनका गर्भाशय काम नहीं करता।
27 फरवरी को लंदन के क्वीन चार्लोट और चेल्सी अस्पताल में सिजेरियन सेक्शन द्वारा बेबी एमी का जन्म हुआ। महिला ने कहा है कि जब उन्होंने पहली बार अपनी बेटी को गोद में लिया तो उन्हें बेहद सुखद अनुभूति हुई। उन्होंने आगे कहा, "हमें वह सबसे बड़ा उपहार दिया गया है जिसकी हम कभी उम्मीद कर सकते थे।" उन्होंने पीए न्यूज एजेंसी को बताया, "यह विश्वास करना मुश्किल था कि यह सच्चाई है। मुझे पता था कि वह हमारी बेटी है, लेकिन यह विश्वास करना मुश्किल है। हमारा परिवार हमारे लिए बहुत खुश है। ऐसा लगता है कि अब मैं पूरी हो गई हूं।"
शोध से सफलता तक का सफर
डेविडसन को 19 वर्ष की आयु में गर्भाशय न होने का पता चला था और उसी समय उन्हें गर्भाशय प्रत्यारोपण के बारे में पता चला। उन्होंने कहा, "तब यह शोध की प्रक्रिया चल रही थी लेकिन मेरे सलाहकार ने कहा कि शायद यह संभव हो सकता है। शादी से एक साल पहले मैंने बस इसे गूगल किया और देखा कि एक रिसर्च ग्रुप का पता चला। मूल रूप से 800 महिलाओं को भर्ती किया गया था। हम शायद तीन साल तक उस पर थे और फिर डोनर्स ने हकीकत में बदल दिया।”
हर 5,000 में से एक महिला
बता दें कि महिला का जन्म मेयर-रोकिटांस्की-कुस्टर-हॉसर (MRKH) नाम की एक दुर्लभ स्थिति के साथ हुआ था। यह एक ऐसी स्थिति है जो हर 5,000 महिलाओं में से लगभग एक को प्रभावित करती है। इसमें महिलाओं का गर्भाशय अविकसित है या पूरी तरह गायब भी हो सकता है। हालांकि उनके अंडाशय सही सलामत होते हैं और वे अंडे और हार्मोन का उत्पादन करने में सक्षम होते हैं, जिससे प्रजनन उपचार के माध्यम से गर्भधारण करना संभव हो जाता है।
25 साल बाद मिली कामयाबी
यू.के. में गर्भाशय प्रत्यारोपण के विकास का नेतृत्व करने वाले प्रोफेसर स्मिथ ने जन्म के समय भावुक हो गए। उन्होंने कहा, "मुझे सच में बहुत खुशी हो रही है अविश्वसनीय। इस शोध को शुरू करने के 25 साल बाद आखिरकार हमारे पास एक बच्चा है, छोटी एमी इसाबेल। आश्चर्यजनक, वास्तव में आश्चर्यजनक।"
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।