लालू रिटायर, मनःस्थिति ठीक नहीं, अपमान करना उनकी आदत; आंबेडकर प्रकरण पर बरसे विजय सिन्हा
विजय सिन्हा ने कहा कि अपने सामने किसी भी महापुरुष को महान नहीं मानते। डॉ. भीमराव आंबेडकर की देश में पूजा होती है, वैसी महान शख्सियत की तस्वीर के साथ ऐसा बर्ताव मानसिक रूप से स्वस्थ राजनीतिक व्यक्ति कैसे कर सकता है।

लालू प्रसाद यादव के पैर के पास डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर रख फोटो खींचे जाने से उपजे बवाल की लौ मुजफ्फरपुर तक भी पहुंची। जिला बीस सूत्री की बैठक में पहुंचे उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। कहा, लालू पूरी तरह रिटायर हो चुके हैं, उनकी मन:स्थिति ठीक नहीं है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि महापुरुषों और बिहार का अपमान लालू की आदत रही है।
विजय सिन्हा ने कहा कि अपने सामने किसी भी महापुरुष को महान नहीं मानते। जो लोग उनसे महापुरुषों के सम्मान की अपेक्षा रखते हैं, उनकी योग्यता पर प्रश्नचिह्न है। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव आंबेडकर की देश में पूजा होती है, वैसी महान शख्सियत की तस्वीर के साथ ऐसा बर्ताव मानसिक रूप से स्वस्थ राजनीतिक व्यक्ति कैसे कर सकता है। एक अन्य सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में किसान आयोग का गठन किया जाएगा। यह मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र में आता है और उनके स्तर पर इसपर विचार चल रहा है। टोल टैक्स पर अवैध उगाही के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। डीएम इस संबंध में कार्रवाई करेंगे। चिराग पासवान के सभी 243 सीटों पर प्रत्याशी खड़ा करने की घोषणा के संबंध में पूछे गए सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने चुप्पी साध ली। उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक चर्चा के लिए उपयुक्त मंच नहीं है।
उपमुख्यमंत्री सह मुजफ्फरपुर के प्रभारी मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने अधिकारियों को बाढ़-सुखाड़ जैसी प्राकृतिक आपदा से निपटने की तैयारी के निर्देश दिए। शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में उन्होंने बीस सूची की बैठक के साथ ही आपदा विभाग की भी समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों का ड्यूटी चार्ट और नंबर सार्वजनिक करने के निर्देश दिये, ताकि लोगों को सुविधा हो।
जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति और आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक करते हुए उन्होंने अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर काम करने का निर्देश दिया। उपमुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया कि जिले में गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, लखनदेई आदि नदियों के कारण बाढ़ की समस्या होती है। जिले में बाढ़ से निपटने की सभी आवश्यक तैयारी की गई है।
उपमुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग की तैयारी की समीक्षा करते हुए सिविल सर्जन को टोल फ्री नंबर जारी करने को कहा। सिविल सर्जन ने बताया कि बाढ़ को लेकर मेडिकल टीम का गठन, दवा, ब्लीचिंग पाउडर व चिकित्सा शिविर की तैयारी की गई है। जिला पशुपालन पदाधिकारी ने पशु चारा का टेंडर, पशु चारा के वितरण की व्यवस्था, पशु दवा, पशु चिकित्सक की तैनाती आदि की जानकारी दी।
बैठक में कृषि विभाग की समीक्षा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने किसानों को ससमय अनुदानित बीज उपलब्ध कराने का निर्देश जिला कृषि पदाधिकारी को दिया। वहीं, बाढ़ के दौरान शुद्ध पेयजल के लिए पर्याप्त संख्या में चापाकल एवं शौचालय लगाने का निर्देश दिया। तटबंधों की सुरक्षा एवं संरक्षण को लेकर जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को अतिसंवेदनशील स्थलों पर सुदृढ़ तैयारी रखने को कहा।