चीन से युद्ध के लिए तैयार, अमेरिका का बीजिंग पर पलटवार; ट्रंप के एक दांव से टेंशन
- अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने खुले तौर पर ऐलान कर दिया कि अमेरिका चीन के साथ युद्ध के लिए तैयार है। इससे पहले चीन ने कहा था कि अगर अमेरिका किसी भी तरह का युद्ध चाहता है तो अंत तक लड़ने को तैयार हैं।

US China Tension: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वाले दांव के बाद अमेरिका और चीन में तनाव बढ़ गया है। चीन के किसी भी प्रकार के युद्ध वाली धमकी के बाद अमेरिका ने भी पलटवार किया है। अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने खुले तौर पर ऐलान कर दिया कि अमेरिका चीन के साथ युद्ध के लिए तैयार है। राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप कड़े फैसले ले रहे हैं। इसी तरह उन्होंने चीन समेत कई देशों के खिलाफ रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने का फैसला लिया है। इस विवाद के बीच चीन ने अमेरिका को युद्ध की धमकी दी थी।
अमेरिका में चीनी दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था कि यदि अमेरिका युद्ध चाहता है, चाहे वह टैरिफ युद्ध हो, व्यापार युद्ध हो या किसी अन्य प्रकार का युद्ध हो, हम अंत तक लड़ने के लिए तैयार हैं। इसी पर अमेरिकी रक्षा सचिव ने जवाब दिया। 44 वर्षीय पेंटागन प्रमुख ने कहा, "हम तैयार हैं। जो लोग शांति चाहते हैं, उन्हें युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए।" हेगसेथ ने साफ किया कि संघर्ष को रोकने के लिए सैन्य ताकत काफी जरूरी है। उन्होंने कहा, "इसलिए हम अपनी सेना का पुनर्निर्माण कर रहे हैं। अगर हम चीन या अन्य देशों के साथ युद्ध को रोकना चाहते हैं, तो हमें मजबूत होना होगा, और राष्ट्रपति समझते हैं कि शांति ताकत से आती है।"
डोनाल्ड ट्रंप ने इस हफ्ते चीनी आयात पर टैरिफ को दोगुना करके 20 फीसदी कर दिया। इसके बाद से ही चीन और अमेरिका के बीच तनाव में बढ़ोतरी हो गई। चीन ने भी पलटवार करते हुए अमेरिका के कृषि प्रोडक्ट्स पर 10-15 फीसदी का टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। वहीं, 25 अमेरिकी फर्मों को चीन में एक्सपोर्ट और इन्वेस्टमेंट करने से भी बैन कर दिया। चीन लगातार अपनी सैन्य ताकत को बढ़ा रहा है। इस पर भी अमेरिकी रक्षा सचिव ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि चीन अपने रक्षा खर्च को काफी तेजी से बढ़ा रहा है। वह अमेरिका की जगह लेना चाहता है।
फेंटेनाइल मुद्दे पर अमेरिका-चीन आमने-सामने
अमेरिका काफी समय से काफी खतरनाक माने जाने वाले फेंटेनाइल ड्रग्स से जूझ रहा है। ट्रंप ने इसे रोकने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। अमेरिका में हजारों नागरिकों की इस ड्रग के सेवन से मौत हो रही है। चीन, मैक्सिको, कनाडा के जरिए से यह अमेरिका में पहुंचता है, जिससे ट्रंप काफी खफा है। हालांकि, चीन समेत अन्य देश इन आरोपों से इनकार करते रहे हैं। पिछले दिनों चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि फेंटेनाइल मुद्दा चीनी आयात पर अमेरिकी टैरिफ बढ़ाने का एक तुच्छ बहाना है। हमारे अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए हमारे प्रतिवाद पूरी तरह से वैध और आवश्यक हैं। अमेरिका के अंदर फेंटेनाइल संकट के लिए कोई और नहीं, बल्कि अमेरिका ही जिम्मेदार है। अमेरिकी लोगों के प्रति मानवता और सद्भावना की भावना से, हमने इस मुद्दे से निपटने में अमेरिका की सहायता करने के लिए मजबूत कदम उठाए हैं। अमेरिका ने चीन पर दोष मढ़ने और टैरिफ वृद्धि के साथ चीन पर दबाव डालने और उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश की है। इसी बयान पर चीनी दूतावास ने भी अमेरिका से कहा था कि किसी भी प्रकार के युद्ध के लिए वह तैयार है।
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