जोकर उपराष्ट्रपति; ट्रंप के डिप्टी ने ऐसा क्या कहा, भड़क गई ब्रिटिश और फ्रांस आर्मी
- ट्रंप के बाद अब उनके डिप्टी यूरोपीय देशों के निशाने पर हैं। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने ऐसी टिप्पणी कर दी, जिसने ब्रिटिश और फ्रांस की आर्मी को भड़का दिया। उन्होंने वेंस को जोकर तक कह डाला।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने बयान और फैसलों को लेकर लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं। उनके डिप्टी भी कम नहीं, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने हाल ही में यूक्रेन को जोड़ते हुए ऐसा बयान दिया, जिसने ब्रिटिश और फ्रांस आर्मी को नाराज कर दिया है। ये दोनों देश इतना भड़क गए हैं कि उन्होंने उपराष्ट्रपति को जोकर तक कह डाला। अब बयान के बाद लगातार गहराते विवाद को देखते हुए वेंस ने सफाई भी जारी की है। वेंस ने कहा कि उनका आशय किसी को आहत करना नहीं था।
क्या कहा था वेंस ने?
फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में वेंस ने डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यूक्रेन के साथ आर्थिक समझौते को सुरक्षा की बेहतर गारंटी बताया। उन्होंने कहा, "20,000 सैनिकों की तैनाती किसी ऐसे देश से करना जो पिछले 30-40 वर्षों से किसी युद्ध में नहीं रहा, सुरक्षा की कोई ठोस गारंटी नहीं देता।" इसके बाद, ब्रिटेन और फ्रांस के राजनेताओं और सैन्य दिग्गजों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी, क्योंकि यही दो देश अब तक यूक्रेन में यूरोपीय शांति सेना भेजने की सार्वजनिक रूप से प्रतिबद्धता जता चुके हैं।
विवाद बढ़ता देख, वेंस ने एक्स पर सफाई देते हुए लिखा,"मैंने न तो ब्रिटेन का नाम लिया, न फ्रांस का। दोनों देशों के सैनिकों ने पिछले 20 वर्षों में अमेरिका के साथ बहादुरी से युद्ध लड़ा है।" हालांकि, वेंस ने यह भी कहा कि यूरोप के कई देश, जो इस मिशन के लिए समर्थन दे रहे हैं, न तो युद्ध का अनुभव रखते हैं और न ही उनके पास सैन्य उपकरणों की क्षमता है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने हाल ही में यूक्रेन में संघर्षविराम लागू करने के लिए "कोएलिशन ऑफ द विलिंग" (इच्छुक देशों का गठबंधन) का प्रस्ताव रखा था। वांस ने अप्रत्यक्ष रूप से इस गठबंधन पर सवाल उठाए।
ट्रंप-जेलेंस्की विवाद की छाया
वेंस की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब पिछले हफ्ते ओवल ऑफिस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच तीखी बहस हुई थी। जेलेंस्की अमेरिका के साथ एक दुर्लभ खनिज व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए वाशिंगटन आए थे, लेकिन बिना समझौता किए वापस लौटे। ट्रंप पर पहले ही आरोप लग रहे हैं कि वे यूक्रेन को हाशिए पर धकेल रहे हैं और यूरोपीय सहयोगियों को नजरअंदाज कर सीधे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत कर रहे हैं।
ब्रिटेन और फ्रांस में नाराजगी
वेंस की टिप्पणी के बाद ब्रिटेन और फ्रांस दोनों में आक्रोश देखने को मिला। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की पार्टी रेनेसांस ने एक्स पर कहा, "फ्रांसीसी और ब्रिटिश सैनिक, जिन्होंने आतंकवाद से लड़ाई में जान गंवाई और अमेरिकी सैनिकों के साथ मिलकर लड़े, वे अमेरिकी उपराष्ट्रपति की उपेक्षा के लायक नहीं हैं।"
ब्रिटेन में कंजर्वेटिव सांसद बेन ओबीज़े-जेक्टे, जो अफगानिस्तान और इराक में लड़ चुके हैं, ने कहा, "हमारे सैनिकों के बलिदान का इस तरह अपमान स्वीकार नहीं किया जा सकता।" ब्रिटिश सेना के पूर्व मंत्री जॉनी मर्सर ने तो वांस को "जोकर" तक कह डाला।
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