धनबाद आतंकी कनेक्शन में हुई 5वीं गिरफ्तारी, ATS कर रही पूछताछ; इस संगठन से जुड़े हैं तार
इसका संबंध भी प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर से बताया जाता है। एटीएस मुख्यालय में उससे पूछताछ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, संदिग्ध बुधवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया जा सकता है।

धनबाद आतंकी कनेक्शन मामले में झारखंड पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वॉयड (एटीएस) ने एक और संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। इस केस में पूर्व में गिरफ्तार चार संदिग्धों के बाद यह पांचवीं गिरफ्तारी है, जो धनबाद का ही रहने वाला है। इसका संबंध भी प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर से बताया जाता है। एटीएस मुख्यालय में उससे पूछताछ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, संदिग्ध बुधवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया जा सकता है।
एटीएस को जानकारी मिली थी कि संदिग्ध पहले प्रतिबंधित आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन से जुड़ा था और एक केस में गिरफ्तार भी किया गया था। राज्य पुलिस के आला अधिकारियों के मुताबिक, इंडियन मुजाहिदीन के अधिकतर बड़े आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद इसके कैडर अलग-अलग आतंकी संगठन से जुड़ गए थे। पकड़ा गया पांचवां संदिग्ध बीते दिनों राजस्थान में था।
उल्लेखनीय है कि एटीएस ने 26 अप्रैल को हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े होने के आरोप में धनबाद बैंक मोड़ के गुलफाम हसन, भूली अमन सोसायटी के आयान जावेद, मो शहजादा आलम और आयान की पत्नी शबनम परवीन को गिरफ्तार किया था। इनके मोबाइल फोन से हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े दस्तावेज, वीडियो और कई संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ी सूचनाएं मिली हैं। इन संदिग्धों का हैंडलर कौन था, ये कैसे आतंकी संगठन के संपर्क में आए, इन पहलुओं पर जांच की जा रही है।
जांच में पता चला है कि संदिग्धों का कनेक्शन आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर और अककायदा इन इंडियन सबकांटिनेंट(एक्यूआईएस) से है। ये झारखंड में बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। आयान के घर से एटीएस की टीम ने दो पिस्टल, 12 गोलियां, प्रतिबंधित संगठनों से संबंधित कई किताबें और दस्तावेज के साथ आधा दर्जन से अधिक मोबाइल और लैपटॉप बरामद किए थे।