सेविकाओं को मिला 4जी मोबाइल बना शोभा की वस्तु
गोमिया में आंगनबाड़ी सेविकाओं को तकनीकी सहूलियत के लिए मोबाइल सेट वितरित किए गए थे, लेकिन ये अब केवल शोभा की वस्तु बन गए हैं। सेविकाओं का कहना है कि दिए गए मोबाइल 4जी हैं, लेकिन उनमें जरूरी एप्स और...

गोमिया, प्रतिनिधि। राज्य सरकार द्वारा आंगनबाड़ी सेविकाओं को कार्य में तकनीकी सहूलियत देने के उद्देश्य से मोबाइल सेट वितरित किए गए थे, लेकिन यह मोबाइल अब शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। सेविकाओं का कहना है कि विभागीय सुपरवाइजरों द्वारा निरंतर काम का दबाव तो दिया जाता है, लेकिन जो उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं, वे आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप नहीं हैं। सेविकाओं को दिए गए मोबाइल न केवल 4जी आधारित हैं, बल्कि उनमें व्हाट्सऐप, जीपीएस या अन्य जरूरी एप इंस्टॉल करने की सुविधा भी नहीं है। मोबाइल में सिम नहीं लगाया गया है, जिससे कॉल या इंटरनेट का सामान्य प्रयोग भी संभव नहीं है।
सबसे बड़ी विडंबना यह है कि विभाग द्वारा जीपीएस लोकेशन सहित फोटो भेजने की मांग की जाती है, जबकि मोबाइल में जीपीएस फीचर ही नहीं है। अभी भी सेविकाएं अपने पुराने मोबाईल सेट से काम कर रही हैं। सवाल उठता है कि इस तरह का मोबाईल सेट वितरण करने का क्या मकसद है जब वह आवश्यकता के अनुरूप कार्य नहीं कर सकता है। एक सेविका ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया, जब देश 5जी युग में प्रवेश कर चुका है, तब हमें सीमित क्षमता वाले 4जी मोबाइल दिए गए हैं, जिनका उपयोग कार्य के लिए नहीं के बराबर है। सेविकाओं ने मांग की है कि या तो पूरी तरह से काम के अनुकूल मोबाइल उपलब्ध कराए जाएं या फिर विभागीय अपेक्षाओं में यथोचित बदलाव लाया जाए, ताकि उन पर अनावश्यक दबाव न पड़े।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।