Chas Ward 7 Faces Severe Water Crisis and Poor Infrastructure Issues बोले बोकारो: जलसंकट और गंदगी के बीच रहने को मजबूर 6000 लोग, Bokaro Hindi News - Hindustan
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बोले बोकारो: जलसंकट और गंदगी के बीच रहने को मजबूर 6000 लोग

चास नगर निगम के वार्ड नंबर 7 में 6000 से अधिक जनसंख्या को पेयजल की गंभीर कमी, जर्जर सड़कें, और नालियों की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोग उचित सफाई, स्ट्रीट लाइट, और बस सेवा की...

Newswrap हिन्दुस्तान, बोकारोFri, 4 April 2025 03:00 AM
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बोले बोकारो: जलसंकट और गंदगी के बीच रहने को मजबूर 6000 लोग

चास नगर निगम का वार्ड नंबर 7। करीब 6000 से अधिक जनसंख्या वाले इस क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या पेयजल की कमी, अतिक्रमण से खतरे में तालाब का अस्तित्व, नालियों की कमी से सड़क पर बहता गंदा पानी, साफ-सफाई के अभाव में जाम होती नालियां, जर्जर सड़कें, स्ट्रीट लाइट का अभाव, रख-रखाव के अभाव में खराब पड़ा स्ट्रीट लाइट, गैस का कनेक्शन नहीं मिलना लोगों के जीवन में की मुश्किलें बढ़ाने बढ़ा रही है। इसके साथ हीं जरूरतमंद महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना व पीएम आवास योजना नहीं मिलना उनकी जीवन की खुशियों पर रोड़ा बना हुआ है। खेल की कमी बच्चों का बचपना छीन रहा है। वहीं, तलगडिया से चीरा चास होकर सरकारी बस सेवा नहीं होने से आम जनता कठिनाईयों के दौर से गुजर रही है। उक्त बातें बोले बोकारो के तहत हिन्दुस्तान संवाद में स्थानीय लोगों ने कही।

चीरा चास वार्ड नंबर 7 के भागीरथी नगर, नंदुआ स्थान, सोलागीडीह, भालसुंधा, अंसारी मोहल्ला का क्षेत्र शामिल हैं। लोगों ने कहा कि ग्रामीण एवं कॉलोनी क्षेत्र में जलापूर्ति विभाग द्वारा पाइप लाइन बिछाने का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। लेकिन कुछ स्थानों को छोड़ दें तो लगभग स्थानों पर निवास करने वाले लोग, आज भी पेयजल की आश में टकटकी लाए बैठें है। बिल्डरों द्वारा अत्यधिक डीप बोरिंग किए जाने के कारण जलस्तर बहुत नीचे चला गया है। गर्मी के दिनों में पानी की समस्या और भी भयावह स्थिति में पहुंच जाता है। कई जगह लोग दिनचर्या के काम के लिए पूरी तरह तालाबों पर निर्भर हो जाते है। वहीं, निगम द्वारा आज तक कभी भी उन तालाबों की साफ-सफाई नहीं की जाती है। तालाब में जमा गाद लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ाता है। बावजूद इसके उस पानी का उपयोग करना उनकी मजबूरी है। कई निजी तालाबों की जमीन को बेच दिया गया। जिस पर अब बिल्डिंगें खड़ी है।

जर्जर सड़कें व बंद पड़ी स्ट्रीट लाइटे बनती जा रही है यहां की पहचान: स्थानीय लोगों ने कहा कि इस क्षेत्र की अधिकांश सड़कों की हालत जर्जर हो चुकी है। क्षेत्र में कई स्थान ऐसे है, जहां आज तक सड़क का निर्माण हुआ हीं नहीं है। नगर निगम को हमारी समस्याओं से शायद कोई सरोकार नहीं है। इस कारण सड़कों को पुनर्निर्माण नहीं हो पा रहा है। कई स्थानों पर जर्जर अवस्था के कारण बारिश में जल जमाव की समस्या हो जाती है। कुछ सड़कों को पानी का पाइप लाइन बिछाने के चक्कर में तोड़-फोड़ कर बदहाली में छोड़ दिया गया। इससे परिस्थति और भी गंभीर हो गई। यह समस्या तब और भी विक्राल हो जाती है, जब शाम ढलती है। खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटे लोगों का मुंह चिढ़ाती है। संबंधित विभाग के लोग स्ट्रीट लाइटें ठीक करने नहीं पहुंचते। शिकायत के बाद भी गंभीर समस्याओं को अनसुना कर दिया जाता है। ऐसे में निगम का होना न होना एक समान है।

क्षेत्र में नालियों को अभाव, तो कहीं नालियां बनी मुसिबत: लोगों ने कहा कि इस वार्ड क्षेत्र में नालियों बड़ी समस्याओं में से एक है। कई स्थानों पर नालियां है हीं नहीं। नाली के अभाव में सड़क पर गंदा पानी का बहाव होता है। लोग गंदे पानी को लांघ कर आने-जाने को मजबूर है। कई जगह नालियां जर्जर हो चुकी है। वहीं, कई बिल्डर नाली को बड़े नाले से बिना जोड़े हीं फ्लेट बेचकर निकल लिया। खामियाजा आज यहां के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। दूसरी ओर नगर निगम के सफाई कर्मी व कचरा उठाने वालों की अलग ही कहानी है। वे मनचाहा स्थानों पर साफ-सफाई करने जाते है। संभवत: जहां से उन्हें कुछ अतिरिक्त लाभ होता है, उसी क्षेत्र की साफ-सफाई पर ध्यान दिया जाता है। तलगडिया मोड़ से होकर जाने वाली मुख्य सड़क के साथ एक बड़ा नाला है।

सुझाव

1. जिन स्थानों पर सड़क नहीं है, वहां सड़क का निर्माण होना चाहिए। जहां जर्जर है, वहां मरम्मत का काम हो। ताकि लोगों का सुविधा मिले।

2. क्षेत्र की जल समस्या को देखते हुए संबंधित विभाग को जल्द से जल्द पेयजल आपूर्ति बहाल करने की व्यवस्था करनी चाहिए।

3. आवश्यक स्थलों को चिन्हित कर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था होनी चाहिए। साथ हीं खराब पड़े स्ट्रीट लाइटों की जल्द मरम्मती हो।

4. नगर निगम द्वारा नियमित रूप से सफाई पर ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही समय पर कचरा उठाने का कार्य किया जाय।

5. यातायात के संसाधन को देखते हुए तलगड़िया मोड़ से चीरा चास होकर सिटी बस सेवा बहाल की जाए। इससे लोगों को राहत मिलेगी।

शिकायतें

1. क्षेत्र में कुछ जगहों पर सड़के कच्ची है। वहीं, अधिकांश स्थानों पर सड़क जर्जर है। लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती है।

2. जल संकट यहां की प्रमुख समस्यों में शामिल है। कुछ स्थानों पर पानी सप्लाई है, पर नियमित नहीं। कई जगहों तक पानी की पहुंच हीं नहीं है।

3. कई प्रमुख स्थानों पर स्ट्रीट लाइट नहीं है। तो कई जगहों पर मरम्मती के अभाव में लाइटें बंद पड़ी है। शाम होते हीं अंधेरे का असर दिखने लगता है।

4. नालियों की सफाई व कचरा उठाने का काम न तो समय से होता है और न हीं अच्छे से। नालियां दुर्गंध का स्थल बन गई है।

5. तलगड़िया मोड़ से चीरा चास होकर सेक्टर जाने वाली सड़क पर यातायात व्यवस्था की कमी है। आम व गरीब लोगों को परेशानी होती है।

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