जनप्रतिनिधियों की गैर-जिम्मेदारी से जनता त्रस्त – गीता कोड़ा
चाईबासा की भाजपा प्रवक्ता गीता कोड़ा ने दिशा की बैठक में विकास से जुड़े मुद्दों पर ठोस निर्णय न लेने पर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि जनप्रतिनिधि जनता के साथ विश्वासघात कर रहे हैं और बुनियादी...
चाईबासा ।भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता और सिँहभूम की पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने आरोप लगाया है कि हाल ही में सम्पन्न दिशा की बैठक में जिले के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। उन्होंने जिले के जनप्रतिनिधियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जनता के साथ विश्वासघात किया जा रहा है। जनता की बुनियादी समस्याओं की अनदेखी इन जनप्रतिनिधियों की गैर-जिम्मेदारी और उदासीनता का परिणाम है।कोड़ा ने यह भी आरोप लगाया कि सभी विकास कार्य केवल डीएमएफटी फंड और कैंपा फंड के भरोसे चल रहे हैं, और इन फंडों का भी सुनियोजित तरीके से बंदरबांट करने के लिए ही इस प्रकार की औपचारिक बैठकें आयोजित की जा रही हैं।हजारों करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद जिले की जनता आज भी शुद्ध पेयजल जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित है। योजनाओं में भ्रष्टाचार चरम पर है और जमीनी स्तर पर पारदर्शिता का पूरी तरह अभाव है।जनप्रतिनिधियों के पास विकास का कोई ठोस रोडमैप नहीं है। हर साल सिर्फ कागजी योजनाएँ बनती हैं, लेकिन धरातल पर कोई बदलाव नहीं दिखाई देता।उन्होंने कहा कि:ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर न कोई ठोस कदम उठाया गया और न ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के आधुनिकीकरण की दिशा में प्रयास किए गए।सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की कमी, सड़क और परिवहन सुविधाओं का अभाव, कृषि क्षेत्र में किसानों की लगातार अनदेखी — सब कुछ जनप्रतिनिधियों की विफलता को उजागर करता है।
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