Govindpur s Historical Rejali Talab Restoration Delayed Despite 5 Crore DMFT Fund रेजलीबांध का जीर्णोद्धार 11 महीने में करना था, डेढ़ साल में भी अधूरा , Dhanbad Hindi News - Hindustan
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रेजलीबांध का जीर्णोद्धार 11 महीने में करना था, डेढ़ साल में भी अधूरा

गोविंदपुर के ऐतिहासिक रेजली तालाब का जीर्णोद्धार कार्य डीएमएफटी फंड से चल रहा है, जिसकी लागत 5 करोड़ है। कार्य में ढाई वर्ष लगने के बावजूद केवल 60 प्रतिशत काम हुआ है। नागरिकों में निराशा है, क्योंकि...

Newswrap हिन्दुस्तान, धनबादTue, 25 March 2025 06:07 AM
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रेजलीबांध का जीर्णोद्धार 11 महीने में करना था, डेढ़ साल में भी अधूरा

गोविंदपुर, प्रतिनिधि डीएमएफटी फंड से पांच करोड़ की लागत से गोविंदपुर के ऐतिहासिक रेजली तालाब का जीर्णोद्धार कार्य चल रहा है। कार्य शुरू हुए करीब डेढ़ वर्ष हो गए। अब तक 60 प्रतिशत ही काम पूरा हुआ है। कार्य पूरा करने की अवधि 11 महीने तय की गई थी, लेकिन डेढ़ वर्ष में भी काम पूरा नहीं हो सका है। धनबाद जिले के इस ड्रीम प्रोजेक्ट में लेटलतीफी से गोविंदपुर के नागरिकों में निराशा है।

धनबाद जिला परिषद के स्वामित्व के इस तालाब का जीर्णोद्धार कार्य लघु सिंचाई प्रमंडल धनबाद के कार्यपालक अभियंता की देखरेख में हो रहा है। कार्य का शिलान्यास वर्ष 2023 के नवंबर माह में धनबाद के तत्कालीन सांसद पीएन सिंह एवं तत्कालीन विधायक इंद्रजीत महतो की धर्मपत्नी तारा देवी ने जिप सदस्यों एवं सभी मुखिया की उपस्थिति में किया था। लघु सिंचाई प्रमंडल के कनीय अभियंता रामाकांत प्रसाद ने बताया कि रेजलीबांध तालाब का 60 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। कुछ अड़चनों के कारण संवेदक काम नहीं कर पा रहा है। उन्होंने कहा कि यह तालाब सरकारी जमीन पर है। तालाब की जमीन पर लोगों ने कब्जा कर रखा है। कई दावेदारों ने निर्माण कार्य में बाधा डालने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि यदि स्थानीय प्रशासन और नागरिकों का पूरा सहयोग मिले तो संवेदक दो माह में काम पूरा कर लेगा। तालाब की करीब 20 प्रतिशत जमीन का अतिक्रमण कर लिया गया है। नागरिकों का कहना है कि तालाब की जमीन करीब 22 एकड़ है, परंतु 17 एकड़ दिखाकर ही इस पर काम किया जा रहा है। तालाब के उत्तरी और उत्तरी पश्चिमी हिस्से में अनेक लोगों ने तालाब की जमीन पर निर्माण कार्य कर लिया है। कई लोगों ने तो तालाब की जमीन को अपनी चाहरदीवारी के अंदर घुसा लिया है। मामले में डीडीसी से कई बार आग्रह किया गया है कि तालाब की जमीन की पूरी मापी करा ली जाए, लेकिन अब तक मापी नहीं हो सकी।

पहले भी हो चुका है प्रयास

रेजलीबांध तालाब के जीर्णोद्धार का पहले भी प्रयास हो चुका है। सौंदर्यीकरण के लिए वर्ष 2008-09 में तत्कालीन बीडीओ मनोज कुमार ने मनरेगा से 30 लाख रुपए खर्च कर टापू में गार्डवाला का निर्माण, गाद की सफाई व नौकायान शुरू करवाया था। जिला प्रशासन ने बांध की पश्चिमी छोर की ओर घेराबंदी का काम भी करवाया था।

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