Garbage Collection Crisis in Godda Vehicles In Poor Condition पड़ताल: डोर टू डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था जुगाड़ पर निर्भर, Godda Hindi News - Hindustan
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पड़ताल: डोर टू डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था जुगाड़ पर निर्भर

गोड्डा नगर क्षेत्र में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन पूरी तरह जुगाड़ पर निर्भर है। कचरा उठाने वाली गाड़ियों की स्थिति खराब है और कई वाहन उपयोग में नहीं हैं। आकांक्षा कंपनी के पास सीमित संसाधन हैं, जिससे...

Newswrap हिन्दुस्तान, गोड्डाFri, 13 June 2025 02:48 AM
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पड़ताल: डोर टू डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था जुगाड़ पर निर्भर

गोड्डा, एक प्रतिनिधि। गोड्डा नगर क्षेत्र में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का कार्य पूरी तरह जुगाड़ पर चल रहा है। कचरा उठाने वाली गाड़ियों की स्थिति जर्जर है और कई गाड़ियां इस्तेमाल ही नहीं की जा रही हैं। जो गाड़ियां खराब हो चुकी हैं, उनकी मरम्मत भी संभव नहीं हो पा रही है। नगर परिषद के साथ आकांक्षा कंपनी का कचरा कलेक्शन और उसे रीसायकल प्लांट तक निष्पादन करने का टाईअप है। लेकिन कंपनी के पास न तो पर्याप्त वाहन हैं और न ही उनके रखरखाव की व्यवस्था। आकांक्षा कंपनी के पास कागजों पर 30 वाहन हैं, जिसमें 22 छोटा टेंपो, 2 बड़े टिपर ट्रक, 4 छोटे ट्रैक्टर और 2 बड़े ट्रैक्टर शामिल हैं।

लेकिन वास्तविकता इससे भिन्न है। फिलहाल केवल 8 टेंपो वाहन और 4 छोटे ट्रैक्टर कचरा कलेक्शन के कार्य में लगे हैं। 2 बड़े टिपर ट्रक खरीद के बाद से ही यार्ड में खड़े हैं और आज तक उनका उपयोग नहीं हुआ है, जबकि इनका काम डस्टबिन को खाली करना था। शहर के 21 वार्डों में नियमित कचरा कलेक्शन नहीं हो पा रहा है। धरातल पर चलने वाली कुल गाड़ियों की संख्या 12 है, जिसमें भी अक्सर कोई न कोई वाहन खराब रहता है। ऐसे में अधिकांश वार्डों में हर रोज कचड़ा उठाव नहीं हो पाती। हमेशा शहर भर में विभिन्न स्थानों पर कूड़ा कचड़ा जमा किया हुआ नजर आ जाएगा। कचरा उठाने वाले सभी वाहनों में पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम (बाजा) लगा होना चाहिए, जिससे नगर परिषद के सफाई अभियान से जुड़े गीत बजते रहें और लोग कचरा वाहन के आने पर उसमें कचरा डाल सकें। लेकिन किसी भी वाहन में बाजा बजता नहीं देखा गया है। कंपनी का दावा है कि सभी गाड़ियों में बाजा लगा है, परंतु हकीकत यह है कि वे बंद हैं। कंपनी के सुपरवाइजर ने बताया कि पुराने बीएस-3 मॉडल के टेंपो वाहनों की मरम्मत संभव है, लेकिन नए बीएस-4 मॉडल के वाहनों के पार्ट्स नहीं मिलते, जिससे उनकी मरम्मत मुश्किल होती है। वर्तमान में 8 टेंपो और 4 ट्रैक्टर से शहर के 21 वार्डों और बाजार क्षेत्र से कचरा कलेक्शन का काम हो रहा है, जबकि 2 ट्रैक्टर रीसायकल प्लांट तक कचरा ढोने में लगे हैं।

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