सर जेसी बोस सीएम एसओई में जल्द शुरू होगी एआई तकनीक से पढ़ाई
गिरिडीह के सर जेसी बोस सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस गर्ल्स में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से पढ़ाई शुरू होगी। छात्राओं को एआई लैब में रोबोटिक्स और कोडिंग जैसी तकनीकी शिक्षा मिलेगी। झारखंड सरकार ने शिक्षा...

गिरिडीह। सर जेसी बोस सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस गर्ल्स गिरिडीह में जल्द ही आर्टिफिसियल इंटेलिजेन्स (एआई) तकनीक से पढ़ाई शुरु होगी। आईटी के क्षेत्र में रूचि रखनेवाली छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा। बहुत जल्द सर जेसी बोस स्कूल में एआई लैब का उद्घाटन होने वाला है। इस लैब में न सिर्फ यहां की छात्राओं को आर्टिफिसियल इंटेलिजेन्स के जरिये बेहतर शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा बल्कि इस लैब में रोबोटिक सिस्टम के जरिये भी तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने का बेहतरीन अवसर मिलने वाला है। लैब का निर्माण कार्य शुरू हो गया है और तकनीकी सदस्यों के द्वारा सारी आधुनिक मशीन भी मंगवा लिया गया है।
मशीनों को फिटिंग करने का भी काम शुरू कर दिया गया है। बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) अब सिर्फ किताबों और लैब तक सीमित नहीं रहा। यह लोगों के रोजमर्रा के जीवन, बच्चों की पढ़ाई, किसानों की खेती और यहां तक की स्वास्थ्य सेवाओं में भी अपनी मजबूत पकड़ बना ली है। इसी बदलाव को देखते हुए झारखण्ड सरकार ने एक अहम कदम उठाते हुए विद्यार्थियों और शिक्षकों को एआई से जोड़ने की दिशा में बेहतरीन पहल की है। बता दें कि यह सिर्फ तकनीक नहीं, बल्कि राज्य के छात्र-छात्राओं के भविष्य का भी सुनहरा रास्ता है। पांच विद्यालयों में हो रही है लैब की स्थापना जिले के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव होने जा रहा है। जिले के उपायुक्त की दूरदर्शी सोच और नेतृत्व में अब छात्रों को रोबोटिक्स, एसटीईएम (विज्ञान, तकनीक, अभियांत्रिकी और गणित), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), कोडिंग और मशीन लर्निंग जैसी अत्याधुनिक विषयों से जोड़ने की पहल की गई है। इसके तहत जिले के पांच चयनित विद्यालयों में इंटीग्रेटेड स्टीम, रोबोटिक्स, एआई और कोडिंग लैब की स्थापना की जा रही है। जिन 5 स्कूलों में लैब की स्थापना की जा रही है वे स्कूल सर जेसी बोस सीएम एसओई गर्ल्स गिरिडीह, हाई स्कूल पचंबा, मॉडल स्कूल डुमरी, 2 हाई स्कूल धनवार और एक अन्य चयनित सरकारी स्कूल है। इस महत्वपूर्ण परियोजना को डीएमएफटी फंड से स्वीकृत किया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरुप है लैब की डिजाइन चयनित विद्यालयों में लैब का निर्माण कार्य भारत की अग्रणी संस्था स्टीमरोबो टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, नोएडा के द्वारा किया जा रहा है। स्टीमरोबो के सहायक महाप्रबंधक सुवन कुमार के अनुसार ये लैब्स पूरी तरह से 21वीं सदी के कौशल और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप डिजाइन की गई हैं। इन लैब्स में छात्र रोबोटिक्स, कोडिंग, मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजाइन थिंकिंग आदि को हाथों से प्रयोग करके सीखेंग। जिससे उनकी तार्किक सोच, रचनात्मकता और समस्या सुलझाने की क्षमता में वृद्धि होगी। वर्जन सर जेसी बोस सीएम एसओई गर्ल्स गिरिडीह में लैब का सेटअप लगभग पूर्ण हो चुका है। बहुत जल्द इसका विधिवत उद्घाटन किया जाएगा। स्टीमरोबो के प्रशिक्षित इंजीनियर स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों को प्रशिक्षण देंगे। जिससे छात्र कठिन विज्ञान और गणित के विषयों को भी आसानी से समझ सकेंगे। --मुन्ना कुशवाहा, प्राचार्य सर जेसी बोस सीएम एसओई गर्ल्स गिरिडीह।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।