बेंगाबाद में मनरेगा सिंचाई कूपों का हाल बेहाल
बेंगाबाद प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा सिंचाई कूपों का निर्माण कार्य अधर में लटका है। सामग्री मद में राशि का अभाव होने से कूप निर्माण में बाधा आ रही है। चार साल बीत जाने के बावजूद लाभुकों को भुगतान नहीं...

बेंगाबाद, प्रतिनिधि। बेंगाबाद प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा सिंचाई कूपों का हाल बेहाल बना हुआ है। सामग्री मद यानि कि मैटेरियल मद में राशि आवंटन का अभाव है। सामग्री मद में राशि का भुगतान नहीं होने से कूप निर्माण कार्य पर इसका व्यापक असर पड़ रहा है। उदाहरण के तौर पर बड़कीटांड पंचायत के धाधरा गांव मे यशोदा देवी की जमीन पर मनरेगा के तहत वर्ष 2021-22 में सिंचाई कूप योजना पारित है। लाभुक द्वारा बड़े जद्दोजहद से कूप निर्माण का कार्य पूरा करा लिया गया है। योजना कार्य पूरा हुए लगभग चार वर्ष बीत गए, लेकिन सामग्री मद से राशि का भुगतान नहीं हुआ है।
इस सिलसिले में योजना लाभुक के पुत्र संतोष कुमार यादव ने कहा कि सामग्री मद से एक किस्त की भी राशि का भुगतान नहीं किया गया है। राशि के अभाव में कूप निर्माण कार्य को पूरा करने मे भारी परेशानी झेलनी पड़ी। पैसे के अभाव मे ईंट, सीमेंट, बालू के लिए महाजन से कर्ज तक लेना पड़ा, तब जाकर कूप निर्माण कार्य को पूरा किया गया। कहा कि राशि मिलने का इंतजार करते तो शायद बरसात के पानी से कुआं गिरकर धाराशयी हो जाता। कहा कि कूप निर्माण कार्य पूर्ण किये लगभग चार साल बीत गये है, लेकिन सामग्री मद से राशि का भुगतान नहीं किया गया है। कहा कि लेबर का पैसा मिल गया है। इधर स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि बासुदेव यादव ने कहा कि सामग्री मद में पैसा का अभाव है। पैसा नहीं आने से सामग्री मद मे भुगतान नहीं हो पाया है। राशि के अभाव में अधर में लटका सिंचाई कूप का निर्माण प्रखंड क्षेत्र के शत-प्रतिशत पंचायतों मे मनरेगा सिंचाई कूप का निर्माण कार्य अधर में लटक गया है। योजना के लाभुकों का कहना है कि कूप खुदाई कार्य में लगे मजदूरों को किसी तरह से मजदूरी की राशि का भुगतान किया जा रहा है, लेकिन मैटरियल का पैसा नहीं मिलने से लाभुकों को योजना कार्य पूरा करने में दिक्कत हो रही है। कहा कि जून माह के पहले सप्ताह तक मॉनसून प्रवेश होने की संभावना है। बरसात के पहले कूप का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने पर कूप धंसने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। सामग्री मद में राशि आवंटन का अभाव होने के कारण मनरेगा के तहत लिए गए सिंचाई कूपों का हाल बेहाल बनता जा रहा। इधर बीपओ के मोबाइल का स्विच ऑफ रहने और बीडीओ द्वारा फोन रिसीव नहीं करने से इस मामले की विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं हो पायी है। स्पष्ट है कि रविवार को साप्ताहिक अवकाश होने के कारण पदाधिकारी फोन रिसीव करने से कतराते है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।