भारत के साथ मजबूती से खड़ा हुआ मालदीव, मंत्री बोले- आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरा सपोर्ट
आतंकवाद के खिलाफ भारत के अभियान को दुनिया भर में समर्थन मिल रहा है। इसी क्रम में अब पड़ोसी मालदीव का समर्थन भी भारत को मिला है। मालदीव के विदेश मंत्री ने कहा है कि आतंक के खिलाफ इस लड़ाई में मालदीव भारत के साथ है।

आतंकवाद के खिलाफ भारत के अभियान को दुनिया भर के देशों से समर्थन मिल रहा है। इसी बीच भारत दौरे पर आए मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील ने भी पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई में नई दिल्ली को मालदीव सरकार और मालदीव के लोगों का समर्थन दिया। विदेश मंत्री खलील इस समय द्विपक्षीय उच्च कोर समूह की बैठक के लिए भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर है। इस बैठक के दौरान दोनों पक्षों में व्यापार, आर्थिक और समुद्री सुरक्षा पर साझेदारी को लेकर चर्चा होगी।
खलील की तीन दिवसीय यात्रा के ऊपर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्री खलील ने दोनों देशों के बीच में हुई बैठक में मालदीव के दल का नेतृत्व किया। खलील ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ भी बैठक की। उन्होंने भी सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में साथ देने और समर्थन करने के लिए मालदीव का धन्यवाद किया। उन्होंने लिखा कि भारत, मालदीव के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
मालदीव के इस कोर ग्रुप की यह भारत यात्रा मालदीव के लिए और भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस कोर ग्रुप की बैठक का मुख्य उद्देश्य मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच हुए आर्थिक और समुद्री मुद्दों पर हुई साझेदारी को बढ़ाना है। मुइज्जू की यात्रा के दौरान भारत ने मालदीव को विदेशी मुद्रा संकट से उबरने के लिए 6300 करोड़ रुपए से अधिक की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने पर सहमति व्यक्त की थी। इसके साथ ही दोनों देशों ने मुक्त व्यापार समझौते पर भी चर्चा शुरू की थी।
मालदीव के विदेश मंत्री ने भी अपनी इस यात्रा के दौरान एक बार फिर भारत द्वारा दी गई इस सहायता के लिए भारत सरकार का धन्यवाद दिया और दोनों देशों के बीच में साझेदारी को और मजबूत करने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई।
आपको बता दें कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले में 26 पर्यटकों की पाकिस्तानी आतंकियों ने निर्दयता पूर्ण तरीके से हत्या कर दी थी। इसके बाद पीएम मोदी ने बिहार की धरती से आतंकवाद की बची कुची जमीन को भी नष्ट करने का ऐलान कर दिया था। भारतीय सेना ने पहलगाम हमले का प्रतिशोध लेते हुए 7 मई को पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर के आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला करते हुए कई आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया।
इसके बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के ऊपर ड्रोन स्ट्राइक कर दी लेकिन भारतीय सेना और भारतीय एयर डिफेंस ने पाकिस्तान ड्रोन स्ट्राइक को पूरी तरह से नाकाम कर दिया। भारतीय वायुसेना ने इस हमले का जवाब देते हुए कई पाकिस्तानी एयर बेसों को निशाना बनाया। इस हमले में पाकिस्तान के कई एयरबेसों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। भारतीय ड्रोन्स और रॉकेट्स पाकिस्तान के अंदर कई किलो मीटर तक चले गए। इसके बाद पाकिस्तान की तरह से सैन्य अधिकारी ने अपने भारतीय समकक्ष को फोन लगाकर सीजफायर करने की गुजारिश की। भारत सरकार ने भी इस पहल को स्वीकार किया और सीजफायर लागू हो गया। फिलहाल भारत की तरफ से सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद पर पाकिस्तान की पोल खोलने के लिए दुनियाभर का दौरा कर रहे हैं।