कोरोना केस फिर बढ़ रहे; देश में ओमिक्रॉन के मिले 4 सब-वेरिएंट्स, जानें ये कितने घातक
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने लोगों से घबराने की बजाय सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा, 'दिल्ली में 104 एक्टिव केस हैं, लेकिन ये सभी हल्के लक्षणों वाले हैं। मरीजों को बुखार, खांसी और सर्दी जैसी सामान्य वायरल बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं।'

देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने सोमवार को बताया कि कोविड-19 के नए वेरिएंट्स केवल हल्के लक्षणों के साथ सामने आ रहे हैं। ICMR के अनुसार, ओमिक्रॉन के अब तक 4 सब-वेरिएंट्स (LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1) की पहचान हुई है। आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल डॉ. राजीव बहल ने कहा, 'हम सैंपल्स की टेस्टिंग कर रहे हैं ताकि बढ़ते मामलों के पीछे की वजह का पता लगाया जा सके। सरकार जरूरी तैयारियां कर रही है। अभी जो चार वेरिएंट्स मिले हैं, वे ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट्स हैं। इससे अधिक जानकारी के लिए टेस्टिंग जारी है।'
आईसीएमआर के डायरेक्टर ने बताया कि भारत में कोविड की स्थिति कंट्रोल में है और सरकार पूरी तरह सतर्क है। डॉ. बहल ने वैक्सीन की जरूरत पर बात करते हुए कहा, 'सरकार ने नए वैक्सीन्स बनाने के लिए प्लेटफॉर्म्स तैयार किए हैं। अगर भविष्य में कोई नया वेरिएंट आता है, तो हमारे पास दो ऑप्शन्स होंगे। इनमें पहला मौजूदा वैक्सीन्स की प्रभावशीलता चेक करना और दूसरा नए वेरिएंट के लिए खास वैक्सीन डेवलप करना होगा।' स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, भारत में सोमवार तक कुल 1,009 एक्टिव कोविड-19 केस दर्ज किए गए। इनमें हाल ही में 752 नए केस कन्फर्म हुए। सरकारी डेटा के मुताबिक, केरल में सबसे ज्यादा 430 एक्टिव केस हैं।
WHO ने नए वेरिएंट्स को लेकर क्या कहा
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने लोगों से घबराने की बजाय सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा, 'दिल्ली में 104 एक्टिव केस हैं, लेकिन ये सभी हल्के लक्षणों वाले हैं। मरीजों को बुखार, खांसी और सर्दी जैसी सामान्य वायरल बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं।' उन्होंने बताया कि दिल्ली के अस्पतालों को बेड्स, ऑक्सीजन, जरूरी दवाइयों और इक्विपमेंट्स तैयार रखने के लिए कहा गया है। ये सिर्फ एक प्रिकॉशन है, पैनिक करने की कोई जरूरत नहीं। हमारे अस्पताल और डॉक्टर्स 200% तैयार हैं। बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने LF.7 और NB.1.8 सब-वेरिएंट्स को वेरिएंट्स अंडर मॉनिटरिंग कैटेगरी में रखा है। इसलिए कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों और अन्य बीमारियों से जूझ रहे मरीजों से सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।