बदलते मौसम में तेजी से जकड़ रहा टाइफाइड, मरीज बढ़े
Amroha News - अमरोहा, संवाददाता। करवट बदलते मौसम में टाइफाइड यानी मियादी बुखार लोगों को तेजी से जकड़ रहा है। पहले तीन-चार दिन तक झोलाछाप की दवाएं खाने के बाद हालत ब

करवट बदलते मौसम में टाइफाइड यानी मियादी बुखार लोगों को तेजी से जकड़ रहा है। पहले तीन-चार दिन तक झोलाछाप की दवाएं खाने के बाद हालत बिगड़ने पर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसके चलते सरकारी-निजी अस्पतालों में टाइफाइड के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कई दिन तक इलाज कराने के बाद भी मरीज ठीक नहीं हो रहे हैं। गांवों में टाइफाइड के मरीजों की तादाद ज्यादा है। बुखार आने पर झोलाछाप को दिखाने के बजाय लक्षण दिखाई देने पर तुरंत इलाज करारे की चिकित्सक सलाह दे रहे हैं। आजकल दिन में तेज धूप के दौरान तापमान बढ़ने फिर अचानक बारिश से तापमान गिरने के बीच मौसम में बदलाव का सिलसिला चल रहा है।
ऐसे में सबसे ज्यादा टाइफाइड के मरीज सामने आ रहे हैं। बुखार आने पर डॉक्टर से इलाज कराने के बजाय लोग झोलाछाप से तीन-चार दिन तक दवाएं खा रहे हैं। इसके बाद हालत बिगड़ने पर अस्पताल पहुंच रहे हैं। सरकारी-निजी अस्पतालों में सबसे ज्यादा ग्रामीण इलाकों से बुखार के मरीज अस्पतालों में इलाज कराने आ रहे हैं। जिला अस्पताल समेत शहर सीएचसी की ओपीडी में 104 डिग्री का हाईग्रेड फीवर, दस्त और फ्लू जैसे लक्षण वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सोमवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में कुल 1741 मरीजों के पर्चे बने। इनमें सबसे ज्यादा टाइफाइड के मरीज देखे गए। उधर, शहर सीएचसी पर भी टाइफाइड के 100 से ज्यादा मरीज देखे गए। गंभीर स्थिति में तंत्रिका संबंधी समस्याओं के साथ मेनिन्जाइटिस, हड्डी व पित्ताशय की सूजन अमरोहा। शहर सीएचसी पर तैनात डा़ मोहम्मद इदरीस ने बताया कि टाइफाइड के गंभीर मरीजों में हाईग्रेड फीवर के साथ पेट में भयंकर दर्द की समस्या होती है। मरीज को खांसी के साथ खून की उल्टी आने के साथ ही दौरा भी पड़ सकता है। मरीज को आंतरिक रक्तस्त्राव, आंत में छेद, पित्ताशय में सूजन, तंत्रिका संबंधी समस्याएं, मेनिन्जाइटिस, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, हड्डी की सूजन, किडनी खराब होना, हृदय की सूजन यहां तक कि गर्भवती महिलाओं को गर्भपात भी हो सकता है। ये हैं लक्षण : -तेज बुखार के साथ सिर, शरीर, पेट व मांसपेशियों में दर्द -ठंड लगना। -भूख में कमी। - पेट, छाती या शरीर के किसी हिस्से पर गुलाबी धब्बे। -खांसी, उल्टी, दस्त और कब्ज। ऐसे करें बचाव -अपने घर व आसपास साफ-सफाई पर ध्यान दें। -साफ पानी पिएं और बासी भोजन से परहेज करें। -शौच जाने के बाद हर बार साबुन से अच्छी तरह रगड़कर हाथ साफ करें। -समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह से ही इलाज कराएं। टाइफाइड में तेज बुखार, पेट दर्द, दस्त जैसे लक्षण पांच से 14 दिन में दिखाई देते हैं। समय पर इलाज न कराने से टाइफाइड कई हफ्तों तक रह सकता है। बीमारी दूषित भोजन और पानी के माध्यम से फैलती है। यह छोटी आंत को संक्रमित करता है। मरीज को पूरी तरह से ठीक होने में एक सप्ताह से दस दिन का समय लगता है। डा़ मोहम्मद इदरीस, मेडिकल ऑफिसर शहर सीएचसी
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