कोर्रा थाना क्षेत्र में रात के अंधेरे में लड़कों के समूह ने बांउड्री तोड़ी, 10 बाईक जब्त
हजारीबाग में अवैध जमीन कब्जे के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जमीन दलालों ने कॉलेज के छात्रों को दारु और नकद देकर जमीन पर कब्जा करने के लिए तैयार किया है। हाल ही में जबरा में एक जमीन मालिक ने दलालों के...

हजारीबाग, हमारे प्रतिनिधि। शहर और आसपास क्षेत्रो में लगातार जमीन की अवैध कब्जे के मामले सामने आते रहते है। इस पूरे खेल में जमीन दलाल शामिल रहते हैं। जमीन दलालों अब जमीन पर कब्जे के लिए नए-नए हथकंडे अपनाते रहते है। स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले लड़कों का गिरोह तैयार किया जा रहा है। लड़कों को दारु पानी और कुछ नगद देकर जमीन कब्जा के लिए तैयार किया जा जा रहा है। जो रातो रात किसी की जमीन पर कब्जा कर लेते हैं। कटकमदाग अंचल अन्तर्गत कई मामले सामने आ चुके हे। नया मामला सदर अंचल अंतर्गत जबरा में सामने आया है। मारपीट की घटना को अंजाम देते रातों-रात चारदीवारी तोड़ दी गई। लेकिन जमीन मालिक ने भी हिम्मत नहीं हारी। उसने जमीन दलालों का विरोध करते कब्जा करने आए आधा दर्जन से अधिक लड़कों को पकड़ लिया फिर पुलिस के हवाले कर दिया। बताया जाता है कि कोर्रा थाना क्षेत्र के ब्राम्बे हाउस के निकट उपद्रवियों ने सोमवार रात में बाउंड्री वॉल तोड़ डाली। घर वालों ने पक़ड़कर 10 लड़कों को पुलिस को सौप दिया है। सभी की 10 बाईक भी जब्त की गई है। बताया गया कि 50 से अधिक युवक रात्रि में शराब पीकर ब्राम्बे हाउस के निकट बनी बाउंड्री को तोड़ने पहुंचे थे। इसके बाद मौजूद लोगों ने जमीन मालिक को सूचना दी तो घर वाले पहुंचे और वहां उपद्रव कर रहे 10 लड़कों को धर दबोचा गया। इस संबंध में जानकारी प्राप्त करने कोर्रा थाना प्रभारी शमशेर बहादुर के पास कई बार फोन किया गया। व्हाट्सएप पर मैसेज किया गया। लेकिन उन्होंने पुलिस का पक्ष नहीं रखा। इधर सदर अंचल अधिकारी मयंक भूषण ने बताया कि इस तरह की घटना की सूचना उन्हें नहीं मिली है। जबरा इलाके में अवैध कब्जे को लेकर सर्वे का काम किया जा रहा है। ताकि अवैध रूप से कब्जा की जानकारी मिल सके।
जिले में जमीन दलाल इस कदर हावी है कि अधिकारियों की मदद से उन्होंने 350 एकड़ से ज्यादा जमीन का अवैध सौदा कर डाला है। इसमे वह भी जमीन शामिल है। जो गैर मजरुवा प्रकृति के है। वन भूमि है और खरीद बिक्री के लिए प्रतिबंधित है। लेकिन रजिस्ट्री कार्यालय से ऐसे जमीन की अंचल कार्यालय से हेरा फेरी कर बिक्री की रही है। लोगों का कहना है कि जिले के सभी अंचल, थाना और रजिस्ट्री कार्यालय जमीन माफियाओं के कब्जे में है। इस कारण जमीन के पुराने दस्तावेज में छेड़छाड़ की जा रही है। इतना ही नहीं एनआरसी पोर्टल पर छेड़छाड़ कर जमीन को हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। अंचल में कार्यरत कम्प्यूटर आपरेटर बिना दस्तावेज देखे ऑनलाइन प्रविष्टि कर दे रहे हैं। जिसके कारण आए दिन जमीन विवाद उत्पन्न हो रहा है। स्थानीय लोगों के बीच जमीन दलालो और अंचल कार्यालय के कामों पर सीआईडी जांच की मांग तेज होने लगी है। लोगों का कहना है कि अंचल कर्मचारियों की मदद से एक ही जमीन की कई बार रजिस्ट्री हो जा रही है। गलत तरीके से म्यूटेशन और अलग-अलग रसीद निर्गत कर दिया जा रहा हैं। जमीन विवाद की जड़ यहीं से शुरूआत होती है। जमीन दलालों का यह खेल लंबे समय से चल रहा है। जिसके कारण शहर और आसपास क्षेत्रो में अपराध बढ़ रहे है। बताया जाता है कि एक ही जमीन पर अलग-अलग दस्तावेज के कारण जमीन माफिया जमीन पर कब्जा के लिए चढ़ाई कर दे रहे हैं। जिसमें कॉलेज मे पढ़ने वाले विद्यार्थियों को बरगलाकर जमीन कब्जा में लगा दिया जा रहा है।
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