टाटानगर में दो और बेस किचन बनाएगा आईआरसीटीसी
टाटानगर में ट्रेनों के लिए खाना-नाश्ता देने के लिए दो नए बेस किचन स्थापित करने की योजना बनाई गई है। वर्तमान में यहां पांच बेस किचन संचालित हैं। वंदे भारत ट्रेनों में स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण भोजन...

ट्रेनों में खाना-नाश्ता चढ़ाने के लिए टाटानगर में दो और बेस किचन बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। आईआरसीटीसी और रेलवे खानपान विभाग के सुपरवाइजर ने दोनों प्रस्तावित बेस किचन स्थलों का निरीक्षण किया है। जानकारी के अनुसार, टाटानगर में अभी पांच बेस किचन संचालित हैं, लेकिन ट्रेन यात्रियों को स्वच्छ, ताजा और गुणवत्तापूर्ण भोजन-नाश्ता उपलब्ध कराने के लिए दो और बेस किचन खोलने की योजना बनाई गई है। मालूम हो कि वंदे भारत ट्रेनों को लेकर बेस किचन पर रेलवे का विशेष जोर है। मुंबई, दिल्ली समेत अन्य मार्गों की ट्रेनों में भी टाटानगर से खाना चढ़ता है। इसको लेकर आईआरसीटीसी और रेलवे वाणिज्य एवं खानपान विभाग के सुपरवाइजर वंदे भारत ट्रेनों में खानपान व्यवस्था की औचक जांच करते हैं। दूसरी ओर, बेस किचन में स्वच्छता और नाश्ता-खाना तैयार करने की प्रक्रिया की 24 घंटे सीसीटीवी से निगरानी की जाती है, जबकि यात्रियों की शिकायतों के समाधान के लिए ट्रेनों की पेंट्रीकार में भी औचक जांच होती है।
टाटानगर से तीन वंदे भारत ट्रेनों में चढ़ता है खाना
टाटानगर से फिलहाल पटना वंदे भारत में सुबह का नाश्ता, रांची वंदे भारत में रात का खाना और बरहमपुर वंदे भारत में दोपहर का खाना बेस किचन से चढ़ता है। वहीं, टाटानगर से अन्य वंदे भारत ट्रेनों के भी जल्द शुरू होने की उम्मीद है। इस कारण दक्षिण पूर्व रेलवे जोन से वाणिज्य एवं खानपान विभाग के सुपरवाइजर रोजाना किसी एक वंदे भारत ट्रेन में खानपान व्यवस्था की जांच कर यात्रियों से प्रतिक्रिया लेते हैं, ताकि सुझावों के अनुसार सुधार कराया जा सके। साथ ही, वंदे भारत ट्रेनों में यात्रियों को खाना परोसने वाली एजेंसी को हर तीन महीने में बदला जाता है।
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