बैसरन में गोलियों की गूंज, डरे-सहमे और बिलखते पर्यटक; पहलगाम आतंकी हमले का नया वीडियो
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने आतंकी हमला किया। छह आतंकियों ने दोपहर 2:45 बजे 45 पर्यटकों के समूह पर AK-47 राइफलों से अंधाधुंध गोलीबारी की।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले का एक और वीडियो सामने आया है। इसमें पर्यटकों के ऊपर आतंकी गोलीबारी करते साफ मालूम पड़ रहे हैं। गोलियों की तड़तड़ाहट सुनी जा सकती है। डरे और घबराए पर्यटक कपड़ों के स्टॉल के पीछे छिपते नजर आ रहे हैं। पहलगाम हमले से जुड़ा यह वीडियो 28 सेकंड्स का है जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि कैसे बेखौफ आतंकी लगातार गोलियां बरसा रहे हैं और लोग किसी तरह अपनी जान बचाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
आतंकवादियों की ओर से गोलियां चलाने की आवाज सुनकर पर्यटक सहमे हुए हैं। मौके पर अफरातफरी का माहौल है। कपड़ों के पीछे छिपे लोग एक-दूसरे को बचकर रहने की सलाह दे रहे हैं। वे आपस में हौसला बढ़ाने की कोशिश करते हैं। दूसरी ओर, आतंकवादियों की ओर से लगातार गोलीबारी की आवाज आ रही है। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने आतंकी हमला किया था। छह आतंकियों ने दोपहर 2:45 बजे 45 पर्यटकों के समूह पर AK-47 राइफलों से अंधाधुंध गोलीबारी की। इस हमले में 26-28 लोग मारे गए, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे और 17 से अधिक घायल हुए। आतंकियों ने क्षेत्र की रेकी कर कमजोर सुरक्षा और मोबाइल नेटवर्क की अनुपस्थिति का फायदा उठाया, जिससे बचाव कार्य में देरी हुई।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ उठाए कई कदम
भारत ने त्वरित और कड़ा जवाब दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश दौरा रद्द कर कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की ढाई घंटे की बैठक बुलाई, जिसमें पांच बड़े फैसले लिए गए। इनमें सिंधु जल संधि स्थगित, अटारी बॉर्डर बंद, पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश, पाकिस्तानी उच्चायोग कर्मचारियों की संख्या घटाई और SVES वीजा योजना बंद करना शामिल है। भारतीय सेना ने बांदीपोरा और पुलवामा में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया और एक आतंकी को मार गिराया। वायुसेना ने एक्सरसाइज अटैक शुरू किया और LoC पर पाकिस्तानी चौकियों को तबाह किया। भारत ने 20 देशों के राजनयिकों को हमले की जानकारी दी, जिससे वैश्विक समर्थन मिला।