झारखंड में BJP नेता की हत्या के बाद अब तक नहीं दर्ज हुई FIR, क्या बोली पुलिस
- हत्या मामले पर एक आरोपी ने खुलासा किया है। रोहित वर्मा नाम के आरोपी ने पुलिस को बताया है कि जनवरी में हुई हत्या का बदला लेने के लिए उसने अनिल महतो की हत्या की है।

बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के नेता अनिल महतो टाइगर की हत्या कर दी गई। हत्या के बाद पूरे झारखंड में भारतीय जनता पार्टी ने विरोध प्रदर्शन किया। हत्या के कारणों पर सवाल पूछने पर पुलिस ने बताया कि इस मामले में अब तक एफआईआर नहीं दर्ज हुई है, इसलिए हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।
हालांकि, इस मामले पर एक आरोपी ने खुलासा किया है। रोहित वर्मा नाम के आरोपी को पुलिस ने वारदात के बाद ही गिरफ्तार कर लिया था। वहां मौजूद लोगों ने उसे एक कार से भागते हुए पकड़ लिया था। उसने खुलासा करते हुए बताया कि अनिल एक हत्याकांड में शामिल थे, जिसका बदला लेने के लिए अनिल की हत्या की है। वर्मा ने पुलिस को यह भी बताया कि हत्या में अमन सिंह नाम का व्यक्ति भी शामिल था। हालांकि, पुलिस का कहना है कि जब तक अमन सिंह की गिरफ्तारी नहीं होती और वर्मा के बयान की पुष्टि नहीं होती, तब तक हत्या की असली वजह को लेकर कोई ठोस टिप्पणी करना मुश्किल है। पुलिस ने अब तक मृतक के परिवार वालों से भी बातचीत नहीं की है, जिससे मामले की कोई ठोस जानकारी मिल सके।
इस बीच कांके के खटांगा गांव में अनिल टाइगर के अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही हैं। रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने इस मामले पर बात करते हुए कहा कि जांच जारी है। उन्होंने झारखंड बंद के संबंध में बताया कि सुबह से करीब 100 बंद समर्थकों को हिरासत में लिया गया है।