हमें नम्रता और निस्वार्थ भावना से सेवा करना ईश्वर सिखाता है : थियोडोर
महुआडांड़ में पुण्य बृहस्पतिवार पर विशेष विनीत पूजा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विशप थियोडोर ने प्रेम और विनम्रता का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि हमें एक-दूसरे से प्यार करना चाहिए और सेवा करनी...

महुआडांड़, प्रतिनिधि। पुण्य बृहस्पतिवार को महुआडांड़ माता पल्ली में विशेष विनीत पूजा कराई गई। जहां मुख्य रूप से विशप थियोडोर मस्कारेन्हास ,पल्ली पुरोहित फादर सुरेश किंडो सहित अन्य फादर मौजूद थे। सबसे पहले उक्त सभी फादर के द्वारा येसु मसीह द्वारा दिए गये मार्गदर्शन और उनको याद करते हुए महुआडांड़ पल्ली से चुने हुए बारह व्यक्तियों के पैर धोकर उनके अनुसार फादर भी पैर धोकर अंगवस्त्र दिये। मौके पर विशप थियोडोर ने कहा कि ईश्वर से सबसे पहले प्रेम करो और अपने आसपास लोगों को प्रेम करो। यही आज के लिए विशेष विनीत है। उन्होंने बताया कि नया व्यवस्थान में प्रभु येशु ख्रीस्त अपने दुखभोग,मृत्यु और पुनरुत्थान के पहले अपने शिष्यों से अंतिम विदाई लेते हैं । कहा कि पुन्य बृहस्पतिवार को हम प्रभु येशु के इन्हीं तीन चीजों की याद करते हैं। पहला -उन्होंने अंतिम ब्यारी की जिसमें उन्होंने पवित्र यूखरिस्त तथा पुरोहिताई संस्कार की स्थापना की। दूसरा उन्होंने शिष्यों के पैर धोकर विनम्रता की शिक्षा दी, तीसरा उन्होंने कहा एक दूसरे से प्यार करो जैसे मैंने तुम्हें प्यार किया है, इस तरह प्रेम की शिक्षा दी। आज के समारोह का लक्ष्य यही है कि हम नम्रता और निस्वार्थ भावना से सेवा करें। इस पवित्र मिस्सा बलिदान में फादर पतरस, फादर एमके जोश,समीर, सहित कई अन्य पुरोहित भाग लिऐ। इस पुण्य बृहस्पतिवार को भारी संख्या में ईसाई धर्मावलंबियों ने भाग लिया।
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