आचार्य की भूमिका हनुमान की तरह होनी चाहिए-शिवशंकर सिंह
लोहरदगा के मनोहर लाल अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर महाविद्यालय में विद्वत परिषद की बैठक हुई। इसमें शिक्षाविदों ने शिक्षा में सुधार, आचार्यों की भूमिका, और अंग्रेजी विषय की विशेष कक्षा के महत्व पर...

लोहरदगा, संवाददाता। मनोहर लाल अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर महाविद्यालय, लोहरदगा में विद्वत परिषद की बैठक शुक्रवार को आयोजित हुई। इसमें संकुल प्रमुख प्राचार्य विपिन कुमार दास ने विद्या भारती के चार आयामों का परिचय दिया तथा विद्यालय की वर्तमान व्यवस्थाओं की जानकारी साझा की। शिक्षाविद शिवशंकर सिंह ने सदस्यों की भूमिकाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आचार्य की भूमिका हनुमान की तरह होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालय को सामाजिक चेतना का केंद्र बनाया जाना चाहिए। देवानंद महतो ने अंग्रेजी विषय की विशेष कक्षा प्रारंभ करने पर जोर दिया, ताकि अभिभावकों की सोच और समाज की आवश्यकता के अनुरूप समन्वय हो सके।
आज भी कई महाविद्यालयों में हिंदी और अंग्रेजी के संतुलन की आवश्यकता है। वहीं डा प्रमोद कुमार पुजारी ने सुझाव दिया कि स्पोकन इंग्लिश कक्षा को अनिवार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आकर्षक कार्यक्रमों के माध्यम से विद्या भारती के मूल्यों का प्रचार-प्रसार किया जा सकता है। डा कुमुद अग्रवाल ने कहा कि यह महाविद्यालय संस्कार और अनुशासन के क्षेत्र में अग्रणी है। डा लोहरा उरांव ने शिक्षा सुधार पर बल देते हुए कहा कि इसमें केवल शिक्षक या समाज नहीं, बल्कि सभी की सामूहिक भागीदारी आवश्यक है। बैठक का समापन श्रीमती नीतू कुमारी के धन्यवाद ज्ञापन एवं शांति मंत्र के साथ किया गया। इस अवसर पर ऋद्धि मिश्रा, रश्मि साहू, यशोदा कुमारी उपस्थित रहे।
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