Community-Based Management Training for Severely Malnourished Children in Palamu अति गंभीर कुपोषित बच्चों का समुदाय आधारित प्रबंधन की मिली ट्रेनिंग, Palamu Hindi News - Hindustan
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अति गंभीर कुपोषित बच्चों का समुदाय आधारित प्रबंधन की मिली ट्रेनिंग

मेदिनीनगर में पलामू समाहरणालय के सभागार में दो दिनी समर कैंप कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें गंभीर कुपोषित बच्चों का समुदाय आधारित प्रबंधन पर प्रशिक्षण दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि यह राज्य सरकार...

Newswrap हिन्दुस्तान, पलामूWed, 11 June 2025 12:47 AM
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अति गंभीर कुपोषित बच्चों का समुदाय आधारित प्रबंधन की मिली ट्रेनिंग

मेदिनीनगर, संवाददाता। पलामू समाहरणालय के सभागार में आयोजित दो दिनी समर कैंप कार्यक्रम के तहत अति गंभीर कुपोषित बच्चों का समुदाय आधारित प्रबंधन दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। समर कैंप कार्यक्रम के पहले दिन मंगलवार को प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी और कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। कार्यक्रम का उदघाटन उपायुक्त समीरा एस ने उप विकास आयुक्त शब्बीर अहमद व समाज कल्याण पदाधिकारी नीता चौहान के साथ किया। कार्यक्रम के उदघाटन सत्र में उपायुक्त ने कहा कि यह कार्यक्रम राज्य सरकार की एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम है, जिसके अन्तर्गत 0-59 माह तक के गंभीर कुपोषित बच्चों का समुदाय आधारित प्रबंधन का क्रियान्वयन किया जाना है।

राज्य स्तर से मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण के उपरांत जिला स्तर पर प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारी यथा सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिकाआ का प्रशिक्षण कराया जाना है। इस कैंप के तहत 06 माह से 59 माह के अति गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान एवं प्रबंधन किया जायेगा।जन्म से छः माह के बच्चों में कुपोषण होने के खतरे की पहचान, जन्म से 59 माह के मध्यम गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान करना, समर कार्यक्रम अन्तर्गत अनुश्रवण एवं मूल्यांकन किया जायेगा। उपायुक्त ने कहा कि इस अभियान के तहत कुपोषित बच्चों का समुदाय स्तर पर आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से प्रबंधन किया जाएगा। चिकित्सीय जटिलता या भूख की कमी वाले अति गंभीर कुपोषित बच्चों को कुपोषण उपचार केंद्र रेफर किया जायेगा। समर कार्यक्रम अन्तर्गत 0-5 वर्ष तक के गंभीर कुपोषित बच्चों का 11 चरणों में समुदाय स्तर पर पहचान एवं प्रबंधन निम्न रूप में किया जायेगा। उपायुक्त ने सभी से ध्यानपूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने इसे अमल करने की बात कही। कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ अनिल, समाज कल्याण पदाधिकारी नीता चौहान व सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक विक्रम आनंद ने भी कुपोषित बच्चों की पहचान व प्रबंधन पर प्रकाश डाला। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर सह चैनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी छतरपुर शीला कुमारी, महिला पर्यवेक्षिका इंदुमती खलखो, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर अनूप कुमार एवं राज्य स्तर से आए अजय कुमार सक्रिय रहे। इस प्रशिक्षण में उपरोक्त के अलावा विभिन्न सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका, जेएसएलपीएस व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी उपस्थित रहे।

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