इलाज के लिये भटक रही है हैदरनगर प्रखंड की महिला सफाईकर्मी, तीन वर्ष से नहीं मिला मानदेय
हैदरनगर की महिला सफाईकर्मी लालती देवी को पिछले तीन वर्षों से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। बीमार होने पर समाजसेवियों की मदद से उनका इलाज कराया जा रहा है। उनका मानना है कि एक विशेष साजिश के तहत...

हैदरनगर, प्रतिनिधि। प्रखंड सह अंचल कार्यालय हैदरनगर परिसर की साफ सफाई कराने को लेकर लगातार एक दशक से उपर कार्यरत महिला सफाईकर्मी लालती देवी को गत तीन वर्ष से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। हाल के दिनों में बीमार चल रही लालती देवी का इलाज स्थानीय कई समाजसेवी व परिजनों के प्रयास से निजी क्लीनक में कराया जा रहा है। दरअसल इस महिला को चतुर्थ वर्गीय कर्मी की श्रेणी में दैनिक वेतन पर इस प्रखंड में नियुक्ति की गई थी। जिसे वर्ष 2022 में बीमारी की हालात में अनुपस्थित रहने व तत्कालीन बीडीओ के बीच कहासुनी के बाद इसके स्थान पर दूसरे महिला सफाईकर्मी अनीता को जिला प्रशासन के आदेश पर बहाल कर दिया गया।
इसके साथ ही उक्त तत्कालीन बीडीओ से इसके मानदेय भुगतान पर विराम लगाकर यहां से चलते बने। मुखिया कमल कुमार पासवान ने बताया कि दलित परिवार की इस महिला को एक विशेष साजिश के तहत मानदेय बंद कर दूसरी महिला को सफाई कार्य के लिये रखा गया है। वर्तमान हालात यह है कि मानदेय भुगतान कराने व उनकी सेवा नियमित करने को लेकर लालती न्यायालय की शरण में न्याय पाने की आस में चली गई है। लालती का कहना है कि न्याय और मानदेय मिले या न मिले, किन्तु पैसे के अभाव में उनकी जान तो चली ही जायेगी। उन्होंने बताया कि दो दिनों पूर्व ही प्रखंड कार्यालय के कार्यावधि के दौरान अचानक बेहोश होकर गिर पड़ी। बावजूद उन्हें किसी ने अस्पताल तक भेजवाने को आगे नहीं आये। जबकि मानदेय लंबित रहने के बाद सेवा देती रही है। आनन फानन में वहां उपस्थित उपमुखिया परवेज आलम, हीरामन राम ने उन्हें डॉ. मनोरंजन प्रसाद सिंह के क्लीनीक में लाकर इलाज शुरु कराया। उन्होंने कहा कि उन्हें दलित परिवार की महिला होने का तिरस्कार का दंश झेलना पड़ रहा है।
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