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आक्रोशित ग्रामीणों ने फैक्ट्री का गेट जाम कर मालिक को अंदर घुसने नहीं दिया

--गोला के कामता स्थित बीएमएल प्लांट के मालिक अर्स साहू ने प्लांट को गुपचूप ढंग से बेचा, लोगों में आक्रोशगोला थाना क्षेत्र के बरियातु पंचायत के कामता ग

Newswrap हिन्दुस्तान, रामगढ़Mon, 19 May 2025 11:35 PM
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आक्रोशित ग्रामीणों ने फैक्ट्री का गेट जाम कर मालिक को अंदर घुसने नहीं दिया

गोला, निज प्रतिनिधि। गोला थाना क्षेत्र के बरियातु पंचायत के कामता गांव स्थित ब्रह्मपुत्रा मेटालिक प्राइवेट लिमिटेड के मालिक अर्स साहू ने प्लांट को गुपचूप ढंग से बेच दिया है। जिससे स्थानीय रैयतों व फैक्ट्री के वर्करों में आक्रोश व्याप्त है। ब्रह्मपुत्रा मेटालिक प्राइवेट लिमिटेड को कथित तौर पर गिरीडीह के बालगोविंद नामक व्यक्ति ने खरीदा है और फैक्ट्री का नामकरण बाल मुकूंद प्रालि किया गया है। सोमवार को जब फैक्ट्री के खरीदार नए मालिक अपने परिजनों व पार्टनर के साथ पूजा अर्चना करने यहां पहुंचे तो ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। सैकड़ों ग्रामीणों और फैक्ट्री में कार्यरत मजदूरों ने अपने मांगों के समर्थन में फैक्ट्री गेट को जाम कर दिया और प्रदर्शन करने लगे।

प्रदर्शनकारियों के फैक्ट्री गेट को जाम कर देने के कारण फैक्ट्री के अंदर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया। फैक्ट्री के नए मालिक के साथ गिरीडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी भी मौजूद थे। ग्रामीणों के गुस्से को देखते हुए फैक्ट्री मालिक व उनके साथ आए लोगों को फैक्ट्री के बाहर से ही वापस लौटना पड़ा। इधर ग्रामीणों व मजदूरों का समर्थन करते हुए जेएलकेएम के केंद्रीय महामंत्री संतोष चौधरी भी कई समर्थकों साथ पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों की मांग को जायज ठहराते हुए फैक्ट्री मालिक से रैयतों के साथ वार्ता करने की मांग की है। - क्या है ग्रामीणों की मांग फैक्ट्री गेट जाम कर रहे ग्रामीण का कहना है कि बीएमएल फैक्ट्री की स्थापना डेढ़ दशक पूर्व 2010 में हुई है। उस समय फैक्ट्री प्रबंधन के साथ ग्रामीणों का समझौता हुआ था कि प्लांट के विस्थापित व प्रभावित 75 प्रतिशत ग्रामीणों को नौकरी दिया जाएगा। इसके अलावे सीएसआर मद से क्षेत्र का विकास सहित दर्जनों विकास कार्यों पर सहमति बनी थी। ग्रामीणों का आरोप है कि नए मालिक ने फैक्ट्री पर कंट्रोल संभालने से पूर्व ग्रामीणों को यह कहते हुए नाराज कर दिया कि पूर्व के मालिक के किसी भी समझौते को हम नहीं मानेंगे। जिसके बाद ग्रामीण आक्रोश में आ गए और फैक्ट्री गेट को जाम कर मालिक को अंदर घुसने तक नहीं दिया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण बिना वार्ता के गेट से हटने को तैयार नहीं थे। समाचार प्रेषण तक ग्रामीण फैक्ट्री गेट को जाम किए हुए थे। मौके पर जेएलकेएम के संतोष चौधरी, सुजीत कुमार, कामदेव करमाली, कुलेश्वर कुमार, बबलू साव, रिखु साव, सोनू कुमार साव, कृष्णा कुमार, सोनू कुमार, संतोष साव सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।

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