Monsoon Health Risks Infections Diseases and Precautions in Jharkhand भींगने से बचे, नहीं तो बढ़ सकता है बीमारियों का खतरा, Ranchi Hindi News - Hindustan
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भींगने से बचे, नहीं तो बढ़ सकता है बीमारियों का खतरा

झारखंड में मानसून के आगमन से कई बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। बारिश में भीगने और अस्वच्छ खानपान से वायरल, डेंगू, टाइफाइड जैसे रोग फैल सकते हैं। बच्चों में निमोनिया और कोल्ड एलर्जी की संभावना अधिक है।...

Newswrap हिन्दुस्तान, रांचीWed, 18 June 2025 11:16 PM
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भींगने से बचे, नहीं तो बढ़ सकता है बीमारियों का खतरा

रांची, संवाददाता। झारखंड में मानसून प्रवेश कर चुका है। बारिश से कई बीमारियों का खतरा है। रांची के सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार और रिम्स के मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. बिंदे कुमार के मुताबिक, इस मौसम में संक्रमण फैलने का खतरा काफी बढ़ जाता है। बारिश में भींगना, गंदे पानी के संपर्क में आना और अस्वच्छ खानपान कई मौसमी और संक्रामक बीमारियों को जन्म देगी। वायरल, टाइफाइड, डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा चिकित्सकों ने कहा कि बरसात के मौसम में बारिश में भींगने से शरीर का तापमान अचानक गिरता है, जिससे सर्दी, खांसी, बुखार और वायरल संक्रमण हो सकता है। बच्चों में निमोनिया और कोल्ड एलर्जी की संभावना भी अधिक होती है।

बारिश का रुका हुआ पानी मच्छरों के पनपने का बड़ा कारण बनता है। इससे मलेरिया और डेंगू जैसे रोग फैलते हैं। फंगल इंफेक्शन और त्वचा रोग का खतरा गीले कपड़े पहनने या गंदे पानी में चलने से त्वचा पर खुजली, चकते और संक्रमण हो सकता है। बरसात में फंगल इंफेक्शन बहुत आम है। अस्वच्छ भोजन और दूषित पानी से पेट से जुड़ी बीमारियां जैसे टायफाइड, डायरिया और कॉलरा हो सकती हैं। बच्चों में कफ कोल्ड की शिकायत रांची सिविल सर्जन डॉक्टर प्रभात कुमार ने बताया कि बारिश में भींगने से और जो हवा चल रही है, उससे बच्चों में कफ, कोल्ड और निमोनिया भी हो सकता है। कुछ लोगों को कोल्ड एलर्जी भी होता है तो एलर्जी के कारण सर्दी, खांसी, बुखार हो सकता है। बरसात में शुद्ध खाना जरूरी है नहीं तो डायरिया और टाइफाइड का खतरा रहता है। इससे बचाव के लिए खाने के लिए इम्युनिटी वाली चीज़ें खानी चाहिए। ब्रोंकाइटिस और दमा रिम्स मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉक्टर बिंदे कुमार ने कहा कि बरसात के मौसम में वायरस और बैक्टीरिया तेजी से सक्रिय हो जाते हैं। इसमें ब्रोंकाइटिस, दमा वाले मरीजों को एतिहात बरतना चाहिए। इस मौसम में साफ पानी (पानी को 20 मिनट उबालकर, उसके बाद उसे ठंडा कर) पीना चाहिए। इस मौसम में जॉन्डिस, टाइफाइड, मलेरिया, डेंगू के मामले बढ़ जाते हैं। भीगने के बाद तुरंत कपड़े बदलें और गर्म पानी से स्नान करें। साफ पानी ही पिएं – पानी को कम से कम 20 मिनट उबालकर पिएं। मच्छरों से बचाव करें – मच्छरदानी और रिपेलेंट का इस्तेमाल करें। खानपान का रखें ध्यान – केवल ताजा और शुद्ध भोजन करें, बाहर का खाना अवॉयड करें। इम्युनिटी बढ़ाएं – हरी सब्जियां, फल, दूध, अंडा, दाल, तुलसी, अदरक, हल्दी और आंवला का सेवन करें।

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