बोले रांची:: न तो सेवा न ही सदन व्यवस्थित मरीज-व्यापारी सभी परेशान
रांची के सेवा सदन अस्पताल के आसपास की सड़कों की स्थिति जर्जर है, जिससे स्थानीय निवासियों और मरीजों को परेशानी हो रही है। गड्ढों और जलजमाव के कारण राहगीरों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय...

रांची, संवाददाता। रांची का एक प्रमुख अस्पताल ‘सेवा सदन बड़ा तालाब क्षेत्र में स्थित है। दस हजार से अधिक की आबादी इस क्षेत्र में रहती है। हालांकि, कई बुनियादी सुविधाओं से लोग वंचित हैं। मरीज भी यहां पहुंचने के दौरान परेशानी से दो-चार होते हैं। सड़क की हालत जर्जर है। हिन्दुस्तान के ‘बोले रांची कार्यक्रम में स्थानीय निवासियों ने अपनी पीड़ा साझा की। बताया कि सेवा सदन पथ में अस्पताल के साथ 100 से अधिक दुकानें हैं। आम दिनों में जर्जर सड़क से राहगीरों और मरीजों को परेशानी होती है। आसपास में रहने वाले लोगों ने कहा कि अस्पताल पहुंचने तक जर्जर सड़कों से न तो सेवा हो पा रही है और न ही हमारे घर यानी सदन व्यवस्थित हो रहे।
रांची का सेवा सदन पथ, शहर के महत्वपूर्ण मार्गों में से एक है। हालांकि, इन दिनों अपनी जर्जर स्थिति से स्थानीय निवासियों और राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। स्थानीय लोगों ने हिन्दुस्तान के बोले रांची कार्यक्रम में कहा कि दस हजार से अधिक आबादी वाले इस क्षेत्र के सड़कों की हालत काफी खराब हो चुकी है। यहां गड्ढों का जाल बन गया है, जहां चलना मुश्किल हो गया है।
बारिश के दिनों में तो स्थिति बदतर हो जाती है। जब पानी से गड्ढे भर जाते हैं और सड़क एक छोटे तालाब में तब्दील हो जाती है। इससे राहगीरों, अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों और आसपास के दुकानदारों को काफी परेशानी होती है। सेवा सदन पथ के आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोग इस समस्या से अधिक प्रभावित हैं।
स्थानीय लोगों ने कहा कि इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अपनी दैनिक गतिविधियों के लिए इस सड़क का उपयोग करना पड़ता है और जर्जर हालत के कारण उन्हें काफी परेशानी होती है। लोगों का कहना है कि बारिश के दिनों में अपर बाजार से लेकर महावीर चौक तक का गंदा पानी सेवा सदन पथ में आता है।
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर सवाल
नगर निगम की ओर से बनाए गए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर भी लोगों ने सवाल उठाए। लोगों ने कहा कि ये आम जनता के पैसों की बर्बादी है। इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से कोई सुधार नहीं हुआ है। जब से यह प्लांट शुरू हुआ है, तब से इस इलाके में और भी बदबू रहने लगी है। बारिश के दिनों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को बंद कर दिया जाता है, जिससे जलजमाव अधिक होता है।
जर्जर सड़क और जलजमाव से व्यापार प्रभावित : सेवा सदन पथ की जर्जर हालत के कारण न केवल राहगीरों को परेशानी हो रही है, बल्कि स्थानीय दुकानदारों का व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है। बारिश के दौरान सड़क पर जमा गंदा पानी अस्पताल से लेकर दुकानों में घुस जाता है, जिससे उन्हें नुकसान होता है। इसके अलावा जलजमाव के कारण सड़क पर चलना भी असुरक्षित हो जाता है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। जलजमाव के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। बई बार गंदगी के कारण यहां के निवासी बीमार हो जाते हैं।
लोगों ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए सड़क के किनारे नालियों का निर्माण तो किया गया है, लेकिन उन्हें बड़े नाले से नहीं जोड़ा गया है। इसके अलावा, नाली बनने के बाद से आज तक इसकी सफाई नहीं हुई है। इस कारण से पानी की निकासी में समस्या आ रही है और बारिश का पानी सड़क पर ही जमा हो जाता है। साथ ही बारिश के मौसम से पहले सड़क का निर्माण कराया जाना चाहिए। स्थानीय लोगों का कहना है कि ड्रेनेज व्यवस्था अच्छी नहीं होने के कारण सड़कों पर छोटा तालाब बन जाता है। वे इस समस्या के समाधान के लिए कई बार नगर निगम और स्थानीय प्रशासन से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम और प्रशासन उनकी समस्या के प्रति उदासीन है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए और जल्द से जल्द इसका समाधान करना चाहिए।
गंदगी का अंबार लगा रहता है
सेवा सदन पथ में गंदगी का अंबार लगा रहता है, इससे स्थानीय निवासियों का जीवन मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों ने कहा कि जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा है। नालियों में जमा कचरा और सड़कों पर बहता गंदा पानी यहां आम दृश्य है। लोगों का कहना है कि निगम की गाड़ी उनके क्षेत्र में नियमित डोर टू डोर कचरा का उठाव नहीं करती है। सड़क पर गंदगी का फैलाव बढ़ता जाता है।
पार्क पर असामाजिक तत्वों का कब्जा
स्थानीय लोगों ने कहा कि निगम की ओर से बड़ा तालाब के बगल में पार्क का निर्माण किया गया है, जहां स्थानीय लोग सुबह और शाम में टहलने जाते हैं। लेकिन, वर्तमान में वहां असामाजिक तत्वों का कब्जा हो गया है। शाम के समय पाथ-वे पर असामाजिक तत्व गाड़ियों से स्टंट करते हैं, जिससे दुर्घटना की संभावना रहती है। क्षेत्र में नशा करने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ गई है। लोगों ने कहा कि निगम ने बड़ा तालाब के चारों ओर सुंदर लाइट लगाई है, लेकिन सरोवर महादेव मंदिर के पीछे की लाइट असामाजिक तत्वों ने तोड़ दी है। निगम को पार्क में सिक्योरिटी गार्ड रखने की आवश्यकता है, जिससे इलाके में शांति रहे। इससे स्थानीय लोग मॉर्निंग वॉक कर सकें।
पहले की तरह पार्किंग की व्यवस्था कराए नगर निगम
सेवा सदन पथ में पार्किंग की समस्या है। लोग सड़क पर गाड़ी लगा देते हैं। इस कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। लोगों का कहना है कि अस्पताल में मरीज आते हैं तो उन्हें भी गाड़ी पार्किंग को लेकर कोई कुछ नहीं बोल पाता है। लोगों का कहना है कि पहले वाली पार्किंग व्यवस्था इलाके में बहाल करनी चाहिए, जिससे सड़क पर गाड़ी नहीं लगे और लोगों को जाम से भी निजात मिले।
कई स्ट्रीट लाइट, खंभे तोड़ दिए गए, शाम होते ही छाता है अंधेरा
सेवा सदन पथ में स्ट्रीट लाइट की हालत खराब है। कई स्ट्रीट लाइट खराब पड़े हैं। बड़ा तालाब के चारों ओर सौंदर्यीकरण के लिए लाइट लगाई गई है, उसे असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया है। स्ट्रीट लाइट नहीं होने के कारण शाम होते ही इलाके में अंधेरा पसर जाता है। लाइट नहीं होने के कारण कई बार घुमावदार सड़क पर दुर्घटना भी होती है। निगम को इस इलाके में जल्द स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था करनी चाहिए।
छिनतई की बढ़ रही घटनाओं से महिलाओं का टहलना हुआ बंद
स्थानीय लोगों ने कहा कि इस इलाके में मॉर्निंग वॉक करने वाली महिलाओं से चेन की छिनतई की घटना आम हो गई है। असामाजिक तत्वों के कारण महिलाएं अकेले घर से निकलने में कतराने लगीं हैं। राहगीरों के साथ मोबाइल लूट की घटना को भी अंजाम दिया जाता है। लागों का कहना है कि इस क्षेत्र में पुलिस पेट्रोलिंग को बढ़ाया जाए। साथ ही असामाजिक तत्वों पर नकेल कसने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
समस्याएं
1. सेवा सदन पथ की हालत जर्जर है, गड्ढों के कारण बारिश में होता है जलजमाव।
2. पार्किंग नहीं होने के कारण सेवा सदन पथ में जाम की समस्या से लोग परेशान रहते हैं।
3. स्ट्रीट लाइट खराब, असामाजिक तत्वों का शाम होते ही पार्क बना रहता है अड्डा ।
4. गंदगी का अंबार, ड्रेनेज की व्यवस्था नहीं होने के कारण सड़कों पर नाली का पानी।
5. स्मार्ट मीटर लगने के बाद से नहीं भेजा गया बिजली बिल एक साथ देने में परेशानी।
समाधान
1. सेवा सदन पथ की सड़क को दुरुस्त किया जाए, जिससे जलजमाव की स्थिति न हो।
2. पार्किंग के लिए पूर्व वाली व्यवस्था बहाल की जाए, जिससे लोगों को जाम से राहत मिले।
3. स्ट्रीट लाइट लगवाई जाए और असामाजिक तत्वों पर पुलिस प्रशासन कड़ी कार्रवाई करे।
4. इलाके में नाली का निर्माण हो, नियमित सफाई की व्यवस्था बहाल की जाए।
5. विभाग स्मार्ट मीटर लगे परिसरों की मीटर रीडिंग कराए और नियमित बिल भेजे।
:: लोगों ने कहा ::
नाली की नियमित सफाई की जानी चाहिए। साथ ही निर्मित नाली को बड़े नाले से जोड़ा जाए। वर्तमान में नाली का निर्माण अधूरा है। बारिश के दिनो में इलाके में जलजमाव की स्थिति बन जाती है। अस्पताल सहित वहां की दुकानों में नाली का गंदा पानी चला जाता है, जिससे मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है। लोगों को इससे काफी रेशानी का सामना करना पड़ता है।
-अशोक पुरोहित
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट सही से काम नहीं करता है। इसके कारण ड्रेनेज के पानी की सफाई नहीं हो पाती है। गंदा पानी ही बड़ा तालाब में छोड़ दिया जाता है। बारिश के दिनों में पानी निकासी को बंद कर दिया जाता है। इस क्षेत्र की सड़क की स्थिति भी खराब है, जिससे आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती हैं। बारिश के दिनों में सड़क छोटा तालाब बन जाता है।
-दीपक कुमार
इलाके में गंदगी का अंबार है। ड्रेनेज की व्यवस्था नहीं होने के कारण सड़कों पर सालों भर नाली का पानी बहता रहता है।
-अरुण शर्मा
पार्क पर असामाजिक तत्वों का कब्जा है। शाम होते ही नजारा बदल जाता है। नशे के लोग बढ़ जाते हैं। बाइक से स्टंट करते हैं।
-शशांक शर्मा
पार्किंग की समस्या है। इसके कारण अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है। नगर निगम को ध्यान देने की जरूरत है।
-मुकुल सिंह
सेवा सदन पथ पर लगभग सभी स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं। इलाका आज असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है।
-शिव भगत
सड़कों की स्थिति बेहद खराब है। बारिश के दिनों में जलजमाव की स्थिति बनी रहती है। लोग इलाके में आने तक से कतराते हैं।
-ओमप्रकाश शर्मा
स्ट्रीट लाइट खराब हैं। शाम के समय काफी परेशानी होती है। असामाजिक तत्व बढ़ गए हैं। इस तरफ पुलिस प्रशासन ध्यान दे।
-गोकुल कुमार
सड़क की हालत जर्जर है। साफ-सफाई की स्थिति भी बदहाल है। नगर निगम और जिम्मेदार इस ओर ध्यान दें।
-भरत लाल
नाली का निर्माण अधूरा है। निर्मित नाली को बड़े नाले से जोड़ा जाए। जलजमाव की परेशानी से रोजाना लोग दो-चार होते हैं ।
-सोनू कुमार बर्णवाल
छिनतई की घटना आम हो गई है। मॉर्निंग वॉकर्स महिलाओं से चैन छिनतई की घटना हुई है। राहगीरों से भी फोन छीन लिए जा रहे हैं।
-रौशन सिंह
छिनतई की घटना बढ़ गई है। मॉर्निंग वॉकर्स से चैन छिनतई की घटना से महिलाएं इलाके में अकेले आने जाने से बचती हैं। -अनिता देवी
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