पड़ताल: 90 फीसदी प्लस टू व इंटर कॉलेजों में शिक्षक-संसाधन का अभाव , कैसे होगी पढ़ाई
साहिबगंज जिले के प्लस टू व अनुदानित इंटर कॉलेजों में शिक्षकों और संसाधनों की कमी है। कई स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो रही है और सिर्फ दो कॉलेजों में इंटर के विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। मैट्रिक पास...

साहिबगंज। जिले के अधिकांश प्लस टू व अनुदानित इंटर कॉलेजों में मैन पावर व संसाधन का घोर अभाव है। कहीं भवन है तो मैन पावर व जरूरी संसाधन नहीं है। कहीं भवन व विषयवार शिक्षकों का अभाव है। कई प्लस टू स्कूलों में शिक्षकों के अभाव में इंटर सांइस व कॉमर्स की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। जिला मुख्यालय में सिर्फ संध्या कॉलेज व राजस्थान इंटर स्कूल में ही इंटर के विद्यार्थी पढ़ाई करेंगे। दोनों कॉलेज में इंटर साइंस,ऑर्ट्स व कॉमर्स की पढ़ाई होती है। संध्या कॉलेज में तीनों संकाय में 512 के हिसाब से सीट है। वहीं राजस्थान इंटर विद्यालय में सीट लिमिटेशन नहीं है।
दरअसल, जिला से इस साल मैट्रिक परीक्षा में कुल 12912 परीक्षार्थी उत्र्तीर्ण हुए हैं। इनमें से 20-25 फीसदी विद्यार्थी बाहर के बड़े कॉलेज में दाखिल लेंगे या फिर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने पटना,दिल्ली,कोटा आदि शहर में जाएंगे। शेष विद्यार्थी यहीं के कॉलेज में दाखिला लेने की तैयारी में है। बड़ा सवाल है कि डिग्री कॉलेज में इंटर की पढ़ाई बंद होने के बाद इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा कैसे हासिल हो सकेगी। फोटो 110 साहिबगंज कॉलेज का संध्या कॉलेज ।(फोटो तीन कॉलम में देना है) जिला में इंटर शिक्षा की स्थिति ---------------------------------------------- - अनुदान आधारित इंटर कॉलेज 05 -कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय 09 -प्लस टू स्कूल 20 -मॉडल स्कूल 02 -------------------------------------------------------- कुल प्लस टू व इंटर कॉलेज 36 1000 विद्यार्थियों के लिए महज एक शिक्षक उधवा/तीनपहाड़। उधवा के चार प्लस टू स्कूलों में इंटर की पढ़ाई होती है। प्लस टू हाईस्कूल में तीनों संकाय में एक-एक हजार यानि तीन हजार विद्यार्थियों तक का नामांकन लिया जा सकता है। यहां विज्ञान व कॉमर्स में एक-एकमात्र शिक्षक हैं। कला संकाय में 8 शिक्षक हैं। इसी प्रकार राधानगर प्लस टू उच्च विद्यालय में विज्ञान में चार व कला संकाय के तीन शिक्षक हैं। कामर्स के एक भी शिक्षक नहीं है। उधर, कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में विज्ञान व कामर्स की पढ़ाई नहीं होती है। यहां सिर्फ कला की पढ़ाई होती। यहां कक्षा नौ से 12 के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए महज चार शिक्षक है।उत्क्रमित प्लस टू हाई स्कूल उर्दू जोंका में साइंस व आर्ट्स की पढ़ाई होती है । साइंस में तीन और कला के लिये तीन शिक्षक हंै । इंटर में एडमिशन के लिए कोई सीट निर्धारित नहीं है। इसमें वर्तमान में आर्ट्स में लगभग 100 और साइंस में भी 100 के आस पास छात्र छात्राएं हैं। तीनपहाड़ इंटर कॉलेज में सिर्फ आर्ट्स की पढ़ाई होती है । इसमें सात शिक्षक हैं। कुल कुल 384 सीटे हैं। कस्तूरबा आवासीय विद्यालय के वार्डेन ने बताया कि स्कूल से मैट्रिक परीक्षा पास करने वाली छात्राएं ही इंटर में नामांकन लेती हैं। आठ शिक्षकों के भरोसे इंटर के तीन संकाय में होगा नामांकन पतना। पतना प्रखंड में पांच प्लस टू व अनुदान प्राप्त कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई होती है। प्लस टू एसएमटी जीडी हाई स्कूल (विशनपुर)में आर्ट्स 225, साइंस 200 सीट है। साल 2024-26 में आर्ट्स 226 व साइंस में 79 नामांकन लिया गया था। यहां कुल आठ शिक्षक हैं। बीएसए इंटर महिला कॉलेज में आर्ट्स 384,साइंस 384 व कॉमर्स 384 सीट है। पांच शिक्षक हैं। प्लस टू हरिशंकर हाई स्कूल शर्मापुर में आर्ट्स में 120 व सांइस में 120 विद्यार्थियों का नामांकन लिया जाता है। यहां पांच शिक्षक हैं। प्रधानाध्यापक पवन कुमार ने बताया कि सीट लिमिटेशन की चिट्ठी नहीं मिली है । जितने विद्यार्थियों को शिक्षक पढ़ा सकेंगे, उसी के अनुसार नामांकन लिया जाता है। प्लस टू में हमेशा 100 से नीचे ही नामांकन हुआ है। इसी प्रकार कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका उच्च विद्यालय में सिर्फ आर्टस में नामांकन होता है। यहां कुछ 75 छात्राओं के लिए सीट है। यहां सिर्फ चार शिक्षक हैं। मॉडल स्कूल में इंटर में नामांकन लिया जाता है। लेकिन शिक्षकों की कमी के चलते अपेक्षाकृत कम विद्यार्थियों का नामांकन होता है। कला में सभी विषय में एक-एक शिक्षक बोरियो। प्रखंड में इंटर की पढ़ाई के लिए तीन प्लस टू व इंटर कॉलेज हैं। अनुदान आधारित शिबू सोरेन जन जातीय इंटर कॉलेज के अलावा आरके प्लस टू हाई स्कूल व कस्तूरबा गांधी बालिका प्लस टू स्कूल । शिबू सोरेन जन जातीय इंटर कॉलेज में कला में-512, विज्ञान में 512 एवं कार्मस में 512 सीटें हैं। इंटर कॉलेज में साइंस में भौतिकी, रसायन विज्ञान एवं जीव विज्ञान में 01-01 शिक्षक कार्मस में 02 एवं कला के सभी विषयों के 01-01 शिक्षक हैं। प्रयोगशाला है। भौतिकी, रसायन एवं जीव विज्ञान के लिए अलग-अलग प्रयोगशाला है। बोरियो आरके प्लस टू स्कूल में साइंस में 100, कला में 100 एवं कार्मस में 100 सीटे हैं। सीटों का कोई अंतिम सीमा नहीं है। सभी विषयों में एकल पद है। कला में इतिहास, भूगोल, हिन्दी आदि विषयों की पढ़ाई होती है। केवल संस्कृत के शिक्षक नहीं रहने से पढ़ाई नहीं होती है। कस्तूरबा गांधी प्लस टू स्कूल में कुल 75 सीटें हैं। यहां केवल कला विषय की पढ़ाई होती है। इस विद्यालय में प्लस टू में केवल पांच शिक्षक हैं। तीन प्लस टू स्कूल में होगी इंटर की पढ़ाई मंडरो । प्रखंड में तीन प्लस टू स्कूल में इंटर की पढ़ाई होती है। पल्स टू वन प्रवासी विद्यालय (भगैया)। यहां विज्ञान में 128 व कला में 128 सीट है। विज्ञान व कला में वर्तमान में 3-3 शिक्षक हैं। यहां लैब की सुविधा है। प्लस टू विद्यालय परसा में सिर्फ विज्ञान व कला की पढ़ाई होती है । हालांकि यहां किसी भी विषय में सीट आवंटित नहीं है । वाणिज्य विषय की पढ़ाई नहीं होती है। अभी वर्तमान में इस विद्यालय में विज्ञान में 11 व कला में 25 नामांकन हुआ है।यहां विज्ञान में 4 व कला में 3 शिक्षक हैं। इधर, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में 75 सीट है।यहां सिर्फ कला की पढ़ाई होती है । कला विषय के लिए 3 शिक्षक है। यहां पर लैब की व्यवस्था उपलब्ध है। कस्तूरबा विद्यालय में किसी तरह चल रहा है आर्ट्स की पढ़ाई राजमहल/मंगलहाट। प्लस टू जेके हाई स्कूल में साइंस, आर्ट्स व कॉमर्स तीनों विषयों एक - एक यूनिट यानी 120 विद्यार्थी के हिसाब से तीनों विषयों में नामांकन होता है। विभाग के निर्देश पर तीनों विषयों में सीटों की संख्या को बढ़ा दिया गया है। हालांकि सीटों की संख्या फिलहाल निर्धारित नहीं किया गया है। विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर अभिजीत कुमार पांडे ने बताया कि तीनों विषयों में अलग-अलग शिक्षक हंै। प्रयोगशाला की व्यवस्था है । अन्य सुविधा भी उपलब्ध है। बोहरा इंटर कॉलेज में साइंस,आर्ट्स व कॉमर्स में 512 के हिसाब विद्यार्थियों के लिए सीट उपलब्ध है। प्रधानाध्यापक एकरामुल हक ने बताया कि कुल 16 शिक्षक हैं। इधर, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में सिर्फ आर्ट्स की पढ़ाई होती है। 75 सीट है। कुल शिक्षक पांच हैं। वार्डेन मार्गेट हेम्ब्रम ने बताया कि अगर यहां की छात्रा दूसरे कॉलेज में नामांकन कर लेती है तो खाली सीट में नामांकन लिया जाता है। उधर, मंगलहाट उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय में इंटर में साइंस, आर्ट्स व कॉमर्स की पढ़ाई होती है । पिछले साल कॉमर्स में एक भी बच्चे का नामांकन नहीं होने से एक शिक्षक को प्रतिनियोजन सीएम उत्कृष्ट विद्यालय गोड्डा में कर दिया गया है । कला संकाय में पांच शिक्षक हैं। साइंस संकाय में दो शिक्षक हैं । यहां प्रयोगशाला भी है । प्रधानाध्यापक देवकांत कुमार ने बताया कि हमारे विद्यालय में पिछले वर्ष 600 से लेकर 700 बच्चे का नामांकन हुआ था । इस बार भी लगभग 700 से 800 बच्चे का नामांकन होना है। कहीं शिक्षक का अभाव तो कहीं प्रयोगशाल नहीं बरहड़वा। प्रखंड के चार प्लस टू स्कूलों में इंटर की पढ़ाई होती है। प्लस टू बरहरवा हाई स्कूल में इसबार साइंस में 200 , आर्ट्स में 300 और कॉमर्स में 100 यानी कुल 600 सीटों पर नामांकन किया जाएगा। विद्यालय पर साइंस में 5 व आर्टस में 5 शिक्षक हैं। कॉमर्स में एक भी शिक्षक नहीं है। कॉमर्स में शिक्षक में होने के कारण दो-तीन सालों से विद्यालय में कॉमर्स का नामांकन नहीं लिया जा रहा है। विद्यालय में फिजिक्स केमिस्ट्री और बायोलॉजी का प्रयोगशाला है। प्रधानाचार्य अभिनव कुमार ने बताया कि इसबा कॉमर्स शिक्षक की मांग की गई है। कोटालपोखर प्लस टू हाई स्कूल में साइंस में 100 व आर्ट्स में 150 विद्यार्थियों का नामांकन किया जाएगा । प्रधानाचार्य दिनेश चंद्र मंडल ने बताया कि विद्यालय में साइंस में 3 शिक्षक, आर्ट्स में 4 शिक्षक हैं। कॉमर्स में शिक्षक नहीं होने से नामांकन नहीं पा हो रहा है। विद्यालय में प्रयोगशाला बना है मगर अब तक सामान मुहैया नहीं कराया गया है। तालझारी : प्रतिनियुक्त शिक्षकों से चलाया जा रहा है काम तालझारी। प्रखंड क्षेत्र में तीन प्लस टू स्कूलों में इंटर की पढ़ाई होती है। कन्या उच्च विद्यालय हरिणकोल , कस्तूरबा आवासीय विद्यालय और तालझारी मॉडल स्कूल में इंटर की नामांकन के लिए सीट निर्धारित है लेकिन शिक्षक नहीं है। आर्ट्स व साइंस के लिए अलग से शिक्षक नहीं है । विद्यालय में प्रतिनियुक्त शिक्षक से ही इंटर का क्लास कराया जाता है। कन्या उच्च विद्यालय के प्रधान शिक्षक सर्वेश कुमार ने बताया कि उच्च विद्यालय में इंटर में सिर्फ आर्ट्स की पढ़ाई होती है। इंटर के लिए कोई अलग से शिक्षक नहीं है । मॉडल स्कूल के प्रधान शिक्षक दीपक कुमार साह ने बताया कि विद्यालय में ऑनलाइन 1500 सीट है। इंटर बच्चों के लिए अलग से पढ़ने के लिए शिक्षक नहीं है । प्रतिनियुक्त शिक्षक से ही काम चलाया जाता है। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की वार्डन सलोनी मरांडी ने बताया कि विद्यालय में ऑर्ट्स में 75 विद्यार्थियों का नामांकन के लिए सीट है। इंटर के लिए कोई अलग से शिक्षक नहीं है । 9 व 10 वर्ग के शिक्षक से ही इंटर की क्लास कराया जाता है। बरहेट: छह शिक्षकों के भरोसे इंटर आर्ट्स व सांइस की पढ़ाई बरहेट। प्रखंड के तीन प्लस टू विद्यालय में इंटर में नामांकन होगा। 2 एसएसडी हाई स्कूल में इंटर में कुल 6 शिक्षक हैं। यहां आर्ट्स और साइंस ही पढ़ाई होती है। सीट असीमित है। वैसे जैक के स्तर से अभी सीटों का शेड्यूल नहीं दिया है 2 दामिन जनता उच्च विद्यालय कुसमा में इंटर साइंस व आर्ट्स के लिए अलग से शिक्षक नहीं है। सीट अभी तय नहीं है। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका उच्च विद्यालय में सिर्फ इंटर आर्ट्स की पढ़ाई होती है। यहां 75 सीट ही लिमिट है। विद्यालय के पास आउट बच्चे में कोई साइंस या कॉमर्स की पढ़ाई के लिए बाहर निकलती है तो उसके जगह पर बाहर के बच्चों को दाखिला लेने का प्रावधान है। वहीं इंटर के लिए विशेष रूप से 2 ही शिक्षक हैं। सरकार के गाइड लाइन पर इंटर में विद्यार्थियों के नामांकन होगा। जिस प्लस टू स्कूल में शिक्षक व संसाधन का अभाव है, वहां उसकी पूर्ति के लिए विभाग से पत्राचार किया जाएगा। दुर्गानंद झा डीईओ साहिबगंज नोट: उपरोक्त खबरों को एकसाथ देना है। -----------------------------------------------
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