गांव के अधिकतर बच्चे इंडोर गेम से ज्यादा आउटडोर गेम के हैं दिवाने
सिमडेगा जिले के बच्चे आज भी बांस की हॉकी स्टिक और गेंद लिए खुले मैदान में हॉकी खेलते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले बच्चों को इंडोर गेम से ज्यादा बाहर हॉकी खेलना पसंद है। झारखंड का सिमडेगा हॉकी की...

सिमडेगा, प्रतिनिधि। डिजिटल के इस दौर में यूं तो अधिकतर बच्चे इंडोर गेम तक सिमट चुके हैं। सुबह से शाम तक फोन और टीवी के सामने में बैठे हुए इंडोर गेम खेलते हुए नजर आते हैं। पर सिमडेगा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में नज़ारा कुछ अलग है। सिमडेगा जिले के बच्चे आज भी बांस के हॉकी स्टिक और गेंद लिए नंगे पांव ही खुले मैदान में हॉकी खेलते हुए ही नजर आते हैं। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले कई बच्चे तो ऐसे भी हैं जिन्हें इंडोर गेम से ज्यादा घर से बाहर हॉकी खेलने में ज्यादा मजा आता है।
ऐसे बच्चों को अगर फोन भी मिल जाय और उनके साथ मैदान में हॉकी खेल रहे हों तो वो फोन छोड़ कर हॉकी खेलने लग जाता है। सिमडेगा के बच्चों में हॉकी के प्रति दीवानगी आज भी गजब का देखने को मिलता है। शायद यही कारण है कि झारखंड के सिमडेगा की धरती को देश का हॉकी की नर्सरी कह के पुकारा जाता है। -
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