सब्जियां घर लाते ही सड़ने लगती है तो इन तरीकों से करें फ्रेश वेजिटेबल की पहचान
Buying Fresh Vegetables From Market: मार्केट से सब्जी खरीदकर लाने के बाद ही सड़ना शुरू कर देती है तो इन 5 टिप्स को जरूर जान लें। जिसकी मदद से मार्केट से आसानी से ताजी सब्जियां खरीद सकें।

ताजी हरी सब्जियों का स्वाद बिल्कुल अलग होता है। लेकिन काफी सारे लोग मार्केट से बासी सब्जी खरीद लाते हैं। जो घर लाने के बाद ही सड़ना शुरू कर देती है। अगर आप के साथ भी ये प्रॉब्लम है और ताजी समझकर बासी सब्जियां खरीद लाते हैं तो जान लें किस तरह पहचाने फ्रेश वेजिटेबल। जिनका स्वाद बिल्कुल अलग होता है।
सब्जियों की डंठल से पहचानें
कद्दू, लौकी, तोरई, बैंगन जैसी सब्जियां जो मार्केट में आसानी से डंठल के साथ मिल जाती हैं। उनकी डंठल को देखकर फ्रेशनेस का अंदाजा लगाया जा सकता है। ताजी सब्जियों की डंठल बिल्कुल नाजुक और कमजोर होती है। ये आसानी से टूट जाती है। वहीं बासी होने के बाद ये डंठल बिल्कुल कड़क हो जाती है और आसानी से नहीं टूटती।
सब्जियों को छूकर पता करें
भिंडी जैसी सब्जियों को छूकर पता किया जा सकता है कि वो ताजी है कि नहीं। ताजी सब्जियों में अधिकतर छोटे-छोटे रोएं होते हैं। जिससे सब्जियां बिल्कुल मुलायम लगती हैं।
कुछ सब्जियां होती है टाइट
परवल अगर ताजे हैं तो ये बिल्कुल कड़क होंगे। इन्हें दबाने पर ये आसानी से नहीं दबते। वहीं कुछ वेजिटेबल बासी होने पर कड़क हो जाते हैं जैसे कि लौकी।
फ्रेश कलर
वहीं कुछ सब्जियां ताजी होने बिल्कुल फ्रेश कलर की दिखती हैं। साथ ही इनकी महक से भी फ्रेशनेस का पता चल जाता है। जैसे कि पालक, धनिया। इन पत्तेदार सब्जियों को देखकर कलर की मदद से इनके ताजे होने का पता लगाया जा सकता है।
पकाने पर होती है पहचान
सब्जियों में पानी की मात्रा ज्यादा होती है। जब उन्हें पकाया जाता है तो वो तेजी से पानी रिलीज करती हैं। ताजी सब्जियो में पानी की मात्रा भरपूर होती है। इन्हें पकाते वक्त ये ढेर सारा पानी छोड़ती है।
कटी-फटी ना हो
सब्जियों को खरीदते समय ध्यान रखें कि सब्जियां कटी-फटी और छेद वाली ना हो। जैसे कि छेद वाले बैंगन, फटे हुए आलू और दाग वाली फूलगोभी को बिल्कुल नहीं खरीदना चाहिए। ये बासी और कीड़े वाले हो सकते हैं।
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