पहली सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या हो सकती है नॉर्मल डिलीवरी? एक्सपर्ट से जानें जवाब
- हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार गाइनेकोलॉजिस्ट देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, डॉ. अर्चना धवन बजाज
• मेरे पहले बच्चे का जन्म ऑपरेशन से हुआ था। मैं दोबारा प्रेग्नेंट हूं और चाहती हूं कि दूसरा प्रसव सामान्य हो। क्या यह संभव है? सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए मुझे अपनी जीवनशैली में अभी किन चीजों को शामिल करना चाहिए? - प्रिया तिवारी, गोरखपुर
पहले बच्चे का जन्म ऑपरेशन से होने के बाद भी दूसरे बच्चे का जन्म सामान्य प्रसव के माध्यम से संभव है। अगर आपके पहले बच्चे का जन्म किसी ऐसे वजह के कारण ऑपरेशन से हुआ है, जो बार-बार नहीं हो सकता और इस प्रेग्नेंसी में अगर आपको कोई ऐसी समस्या नहीं है, जिसमें सी-सेक्शन जरूरी हो, तो सीजेरियन की जगह दूसरी बार सामान्य प्रसव संभव है। इसमें कुछ बातों को ध्यान में रखने की जरूरत होती है। अगर पहली सर्जरी की स्टिच बहुत पतली हो या प्रसव के दौरान उस पर बहुत ज्यादा दबाव पड़े, तो वह फटने का डर रहता है। अगर पुरानी स्टिच टूट या फट जाए तो, इससे मां और बच्चे दोनों को नुकसान होने का खतरा रहता है। स्टिच के कमजोर होने के लक्षण उस जगह पर बहुत ज्यादा दर्द, बहुत जल्दी-जल्दी पेशाब आना, ब्लीडिंग, स्पॉटिंग और गर्भ में बच्चे के मूवमेंट में अचानक बहुत कमी होना होता है। अगर गर्भवती महिला में ऐसे कोई लक्षण नजर आते हैं, तो सामान्य प्रसव की कोशिश नहीं की जाती है। ऐसी स्थिति में सी-सेक्शन होना अनिवार्य है। अगर सब कुछ सुरक्षित है, तो मां और गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत को देखते हुए सामान्य प्रसव की कोशिश की जा सकती है। सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज, कमर को मजबूत बनाने वाले व्यायाम और 35 सप्ताह की प्रेग्नेंसी के बाद खजूर, अन्ननास, केसर जैसी चीजों को अपने आहार में जगह दें। इनसे सामान्य प्रसव को बढ़ावा मिलता है।
• मैं 27 साल की कुंवारी लड़की हूं। 2021 से मैं अनियमित पीरियड की समस्या से जूझ रही हूं। मैं गाइनेकोलॉजिस्ट से मिलकर उनकी सलाह के अनुसार सभी जरूरी टेस्ट भी करवा चुकी हूं। मेरे सारे रिपोर्ट सामान्य थे। मेरी डॉक्टर ने मुझे 21 दिन वाले पिल्स लेने की सलाह दी थी। पर, उसके सेवन से चेहरे पर सूजन, सांस लेने में दिक्कत और वजन बढ़ने जैसे साइड इफेक्ट्स से मुझे जूझना पड़ा। इसके बाद डॉक्टर ने मुझे वजन घटाने की सलाह दी। पर, इससे भी मेरे लक्षणों में कोई आराम नहीं आया। मैंने आयुर्वेदिक गाइनेकोलॉजिस्ट से भी सलाह ली। पर, उनकी दवाएं भी प्रभावी साबित नहीं हुईं। पीरियड को नियमित करने के लिए मुझे क्या करना चाहिए? - दिव्या जयसवाल
अगर पीरियड्स अनियमित हैं, तो जरूरी है कि सबसे पहले उसकी वजह जानी जाए। बिना वजह के पीरियड का चक्र अनियमित नहीं होता। पीसीओडी, हार्मोनल असंतुलन, थायरॉइड की समस्या, प्रोलैक्टिन, प्रीमेच्योर ओवेरियन फ्लेयोर, समय से पहले मेनोपॉज आदि पीरियड के अनियमित होने के लिए जिम्मेदार होते हैं। इसके अलावा फाइब्रायड्स, इंडोमेट्रियॉसिस, जेनेटाइल टीबी भी आपकी समस्या के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। समस्या का कारण जानकर उसके अनुरूप इलाज करवाएं। इसके साथ-साथ यह अनिवार्य है कि जीवनशैली में जरूरी बदलाव किए जाएं। नियमित व्यायाम करें, पौष्टिक आहार लें, समय से सोना-जागना आदि जरूरी हैं।
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