बच्चे के अजीबो-गरीब सवालों को न करें इग्नोर, जवाब न देने पर बुरा होगा अंजाम Know from the doctor Why you should not ignore child strange questions, पेरेंटिंग टिप्स - Hindustan
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बच्चे के अजीबो-गरीब सवालों को न करें इग्नोर, जवाब न देने पर बुरा होगा अंजाम

बच्चों के मन में कई सवाल होते हैं जिन्हें वह बेझिझक पूछते रहते हैं, कुछ सवाल अटपटे होते हैं जिन्हें पेरेंट्स अक्सर इग्नोर कर देते हैं। ऐसा करना बिल्कुल भी सही नहीं है, अगर आप बच्चे के सवाल का जवाब नहीं देंगे तो इसका बुरा अंजाम भुगतना पड़ सकता है।

Avantika Jain लाइव हिन्दुस्तानTue, 10 June 2025 09:52 AM
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बच्चे के अजीबो-गरीब सवालों को न करें इग्नोर, जवाब न देने पर बुरा होगा अंजाम

बच्चे के जन्म के बाद पेरेंट्स का सबसे बड़ा काम उसकी सही परवरिश करना है। सभी पेरेंट्स का अपना एक तरीका होता है, जिसे अपनाकर वह बच्चे को हर चीज सिखाते बताते हैं। वहीं बच्चों का स्वभाव भी जिज्ञासु होता है। ऐसे में जब वह स्कूल जाने लगते हैं और तरह-तरह के बच्चों से मिलते हैं तो वह कुछ अच्छा तो कुछ बुरा सीख जाते हैं। ऐसे में पेरेंट्स का काम उन्हें समझाकर बूरी आदतों से बचाना होता है। अक्सर बच्चे अपने पेरेंट्स से तरह-तरह के सवाल पूछते हैं, वहीं पेरेंट्स अपनी सहूलियत के मुताबिक कुछ सवालों के जवाब देते हैं और कुछ अटपटे सवालों को इग्नोर कर देते हैं। जो पूरी तरह से गलत है। बच्चों की डॉक्टर माधवी भारद्वाज ने भी इस बात पर अपनी राय दी है जो आपको जरूर जाननी चाहिए।

क्या कहती हैं डॉक्टर?

डॉक्टर वीडियो में एक मामला बताती हैं कि एक सात साल के बच्चे ने अपनी मां से पूछा की गर्लफ्रेंड क्या होता है। इस सवाल का जवाब देने की बजाय मां बच्चे से कहती है कि पापा से पूछ लो। फिर जब बच्चा पापा से ये सवाल करता है तो वह गुस्सा करने लगते हैं। और बच्चे से कहते हैं कि ऐसी गंदी बातें नहीं करते। जब बच्चे को सवाल का जवाब नहीं मिलता है तो उसके मन में शंका बनी रहती है कि वह इस सवाल का जवाब किससे पूछें। अब बच्चा अपने दोस्त के 11 साल के भाई से ये सवाल करता है जिसके जवाब में उसने कहा कि जब लड़का और लड़की जीभ से जीभ टच करते हैं तो वह गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड बन जाते हैं। बच्चे के लिए ये जानना काफी नया था और फिर ये बात स्कूल की टीचर तक पहुंच गई और फिर टीचर ने मां से कहा और मां ने डॉक्टर को पूरा मामला बताया।

इस पर डॉ. माधवी ने कहा कि बच्चों की जिज्ञासाओं को नजरअंदाज करना ठीक नहीं है। आप अपनी समझ के मुताबिक बच्चे के किसी भी सवाल का जवाब दे सकते हैं और उनकी जिज्ञासाओं को शांत कर सकते हैं। आपके डांटने या फिर छिपाने से बच्चा रुकता नहीं है, बल्कि वह अपने सवालों का जवाब पाने के लिए किसी भी अविश्वसनीय सोर्स से पूछ सकता है। जिससे उसे गलत जानकारी मिलेगी और वह उसी बात को अपनी लाइफ में लागू करेगा, जिससे वह खुद प्रॉब्लम में फसेगा और आपके लिए भी समस्याएं होंगी। ऐसे में समय के साथ बच्चा खूब सारी गलत बातों को इकट्ठा कर सकता है और गलत आदतों में फंस सकता है। इसलिए अपनी समय के मुताबिक फैसला लें।

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