भोपाल के मुस्लिम जिम ट्रेनरों पर क्यों है BJP सांसद की नजर? कहा- पुलिस को देंगे लिस्ट
पिछले महीने मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने राज्य में 'लव जिहाद' का मुद्दा उठाया था। यह तब हुआ जब भोपाल में कथित बलात्कार और ब्लैकमेलिंग के एक मामले के मुख्य आरोपी को पुलिस ने पैर में गोली मार दी थी।

बीजेपी सांसद आलोक शर्मा ने भोपाल में 'लव जिहाद' का मुद्दा उठाते हुए मुस्लिम जिम ट्रेनरों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि वे मुस्लिम जिम ट्रेनरों की एक सूची पुलिस को देंगे। मीडिया से बात करते हुए सांसद आलोक शर्मा ने कहा,"भोपाल में बहुत सारे जिम हैं जिनकी हम सूची बना रहे हैं,जिनमें ट्रेनर मुस्लिम हैं। महिलाओं को भी जिम ट्रेनर होना चाहिए। हम यह सूची आने वाले समय में पुलिस को देंगे। अब किसी को भी 'लव जिहाद' की इजाजत नहीं होगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में 'लैंड जिहाद' (जमीन से जुड़ा जिहाद) चल रहा है और प्रशासन ऐसे मामलों पर कार्रवाई करेगा। बीजेपी सांसद ने कहा,"लैंड जिहाद भी चल रहा है। यह सब नहीं चलेगा। कानून अपना काम करेगा और ऐसे मामलों पर कार्रवाई करेगा।" बीजेपी सांसद आलोक शर्मा का यह बयान बजरंग दल के सदस्यों द्वारा भोपाल के एक जिम में मुस्लिम ट्रेनरों की मौजूदगी की शिकायत के बाद आया है। बीजेपी सांसद ने रविवार को 'भोपाल विलीनीकरण दिवस' समारोह के बाद मीडिया से बातचीत की।
पिछले महीने मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने राज्य में 'लव जिहाद' का मुद्दा उठाया था। यह तब हुआ जब भोपाल में कथित बलात्कार और ब्लैकमेलिंग के एक मामले के मुख्य आरोपी को पुलिस ने पैर में गोली मार दी थी। मंत्री सारंग ने ANI को बताया,"जो लोग ऐसे काम करते हैं,उन्हें सड़क के बीच में गोली मार देनी चाहिए। लव जिहाद जैसे कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर गिरोह बनाकर ऐसी चीजें हो रही हैं,तो यह अस्वीकार्य है। मैं तो कहूंगा उनके पैर में गोली क्यों मारी? उन्हें छाती में गोली मारनी चाहिए थी। ऐसे लोगों को कहीं भी जीने का कोई अधिकार नहीं है। जो लोग लड़कियों को बहकाते हैं और धर्म परिवर्तन जैसे अपराध करते हैं,तो यह अक्षम्य है। उन्हें पैर में नहीं,छाती में गोली मारनी चाहिए।"
जानकारी के अनुसार,कुछ निजी कॉलेज की लड़कियों को कथित तौर पर उनके कॉलेज के कुछ पूर्व छात्रों ने निशाना बनाया है। इन लड़कों ने उन्हें दोस्ती के जाल में फंसाया,उनका यौन उत्पीड़न किया और फिर उन्हें ब्लैकमेल किया। पीड़ित लड़कियों की शिकायतों के आधार पर एफआईआर (FIR) दर्ज की गईं। पुलिस ने अब तक इस मामले में मुख्य आरोपी फरहान सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही,मामले की जांच के लिए अलग-अलग एसआईटी (विशेष जांच दल) भी बनाए गए हैं।