उज्जैन महाकाल मंदिर में हो CISF या CRPF की तैनाती, BJP सांसद की PM मोदी से मांग
भाजपा सांसद अनिल फिरोजिया ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में सीआईएसएफ या सीआरपीएफ के जवानों की स्थायी तैनाती की मांग की है। सांसद ने इसके पीछे मंदिर के धार्मिक महत्व और यहां आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का हवाला दिया है।

भाजपा सांसद अनिल फिरोजिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में सीआईएसएफ या सीआरपीएफ जैसे केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवानों की स्थायी तैनाती की मांग की है। सांसद ने इसके पीछे मंदिर के धार्मिक महत्व और यहां आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का हवाला दिया है। वहीं, 2028 में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ के दौरान करीब 20 से 25 करोड़ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की आशंका भी मंदिर में केंद्रीय सुरक्षा बलों की स्थायी तैनाती के अनुरोध के पीछे एक प्रमुख कारण है।
उज्जैन-आलोट से सांसद फिरोजिया द्वारा 3 मई, 2025 को लिखे पत्र में मंदिर में कड़े सुरक्षा उपायों की जरूरत पर प्रकाश डाला गया है, जो 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और सनातन धर्म को मानने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।
फिरोजिया ने लिखा, "उज्जैन-आलोट लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित सांसद होने के नाते मैं आपका ध्यान उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की ओर आकर्षित करना चाहता हूं, जो सभी सनातन धर्म को मानने वालों की आस्था का प्रमुख केंद्र है।"
उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद यह पवित्र स्थल न केवल देशभर के श्रद्धालुओं के लिए बल्कि विदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी आकर्षण का विशेष धार्मिक एवं सांस्कृतिक केन्द्र बन गया है।”
फिरोजिया ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा महाकाल लोक कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद यह मंदिर एक प्रमुख आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक स्थल बन गया है, जो देश-विदेश से श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि 'बाबा महाकाल' भारत के सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले धार्मिक स्थलों में शामिल है। यहां हर दिन 2 से 2.5 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, जबकि विशेष पर्वों पर यह संख्या 5 लाख तक पहुंच जाती है।
राष्ट्रपति के भाषण का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पिछले साल करीब 5-6 करोड़ श्रद्धालु मंदिर में आए थे। फिरोजिया ने 2028 में सिंहस्थ महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पर भी चिंता जताई।
सांसद ने कहा कि सिंहस्थ महाकुंभ 2028 में लगभग 20-25 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जिससे यह वैश्विक स्तर पर एक बहुत बड़ा धार्मिक आयोजन बन जाएगा। उन्होंने ने इस बात पर भी जोर दिया कि मंदिर में सुरक्षा के प्रबंध के लिए सीआईएसएफ या सीआरपीएफ जैसे केंद्रीय बलों को स्थायी रूप से तैनात किया जाना चाहिए, विशेष रूप से प्रमुख त्योहारों और कुंभ मेले जैसे बड़े आयोजनों के दौरान ऐसा होना ही चाहिए।