चित्रकूट में आर्मी चीफ ने ली दीक्षा,बदले में रामभद्राचार्य ने दक्षिणा में मांग लिया PoK
सेना प्रमुख के चित्रकूट में उनके आश्रम जाने पर आध्यात्मिक गुरु जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने बताया कि मैंने उन्हें वही दीक्षा राम मंत्र के साथ दी,जो भगवान हनुमान को मां सीता से मिली थी और फिर उन्होंने लंका पर विजय प्राप्त की थी।

देश के सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी बुधवार को चित्रकूट गए थे। सुबह भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट में दर्शन करने के बाद वह जगद्गुरु रामभद्राचार्य के आश्रम भी गए। यहां उन्होंने रामभद्राचार्य से दीक्षा भी ली थी। रामभद्राचार्य महाराज ने उन्हें दीक्षा देने के बाद बताया कि मैंने उनसे दक्षिणा भी मांगी है,जिसमें मैंने उनसे पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर मांगा है।
सेना प्रमुख के चित्रकूट में उनके आश्रम जाने पर आध्यात्मिक गुरु जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने बताया कि मैंने उन्हें वही दीक्षा राम मंत्र के साथ दी,जो भगवान हनुमान को मां सीता से मिली थी और फिर उन्होंने लंका पर विजय प्राप्त की थी। मैंने उनसे दक्षिणा मांगी है कि मुझे PoK वापस चाहिए।
भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेद्र द्विवेदी कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार की सुबह भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट पहुंचे। उन्होंने पत्नी के साथ तुलसीपीठ पहुंचकर कांच मंदिर में पूजा-अर्चन किया। इसके बाद तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। सेना प्रमुख जगद्गुरु से गुरु दीक्षा भी ली। सेनाध्यक्ष के आगमन पर धर्मनगरी सेना की छावनी में तब्दील नजर आया। मंगलवार को सुबह करीब नौ बजे हेलीकाप्टर से सेना प्रमुख उपेन्द्र द्विवेदी दीनदयाल शोध संस्थान के आरोग्यधाम परिसर स्थित हेलीपैड़ पर पहुंचे। उनके आने से पहले ही आरोग्यधाम से लेकर तुलसीपीठ तक सुरक्षा का कड़ा पहरा लगा दिया गया था।
कई जगह बैरियर लगाकर लोगों को आवागमन रोका गया। सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय जानकीकुंड में इलाज कराने के लिए आने-जाने वाले लोगों को भी रोकने से दिक्कतें हुई। सेना के जवान हर जगह सुरक्षा में मुस्तैद रहे। एमपी पुलिस के अधिकारी भी सुरक्षा को देखते डटे रहे। हेलीपैड से कड़ी सुरक्षा बीच सेना प्रमुख का काफिला जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज की तुलसीपीठ पहुंचा। यहां सेना प्रमुख ने कांच मंदिर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। इसके बाद जगद्गुरु से उनके कक्ष में जाकर मुलाकात कर आशीर्वाद लिया। सेना प्रमुख ने जगद्गुरु से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली।