मध्यप्रदेश में जमकर बरस रहे बादल, मॉनसून की धमाकेदार एंट्री ने कूल-कूल किया मौसम
मध्यप्रदेश में मॉनसून की एंट्री के साथ ही मौसम का मिजाज बदल गया है। ज्यादातर जिलों में जमकर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज भी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
मध्य प्रदेश में मॉनसून ने आखिरकार जोरदार दस्तक दे दी है। बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर के रास्ते मॉनसून ने एंट्री की और अब यह पूरे राज्य में अपनी बारिश की बौछारों से लोगों को गर्मी से राहत दिला रहा है। आज मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया है। जानिए आज कहां कैसा मौसम रहेगा।
मॉनसून ने ली एंट्री
मौसम विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश में मॉनसून आमतौर पर 15 जून तक पहुंच जाता है, लेकिन इस बार एक दिन की देरी से 16 जून को इसने एंट्री मारी। IMD ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून अब इंदौर, पंचमढ़ी, मंडला और अन्य हिस्सों तक फैल चुका है। इस बार मॉनसून सामान्य से ज्यादा बरसेगा। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक इस साल जून से सितंबर तक 106% बारिश का अनुमान लगा रहा है।
आज भी आंधी-बारिश का अलर्ट
आज मध्य प्रदेश के कई जिलों में मौसम ने तेवर दिखाने का मन बना लिया है। मौसम विभाग ने सिवनी, मंडला, बालाघाट और रीवा जैसे जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ 40-60 किमी/घंटा की रफ्तार से तूफानी हवाओं का येलो अलर्ट जारी किया है। भोपाल और इंदौर में भी छिटपुट बारिश की संभावना है, जिससे गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत मिलेगी। भोपाल में आज अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और इंदौर में 34 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद है। उमस थोड़ी परेशान कर सकती है। सिवनी और मंडला में भारी बारिश की संभावना के साथ आकाशीय बिजली का खतरा भी बना हुआ है।
इन जिलों में बरसेंगे बादल
मौसम विभाग ने आज के लिए 50 से ज्यादा जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। खासकर नरसिंहपुर, डिंडौरी, सिवनी, मंडला, बालाघाट और रीवा में बारिश का जोर रहेगा। भोपाल, विदिशा, और इंदौर में हल्की बारिश के साथ बादल छाए रहेंगे। उमरिया और शहडोल में तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश का अनुमान है।
अगले कुछ दिन जमकर बरसेगा मॉनसून
मौसम विभाग का कहना है कि अगले 4-5 दिनों तक मॉनसून पूरे मध्य प्रदेश में सक्रिय रहेगा। 21-23 जून के बीच कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। खासकर पूर्वी मध्य प्रदेश में मॉनसून का जोर बढ़ेगा। किसानों के लिए यह अच्छी खबर है, क्योंकि खरीफ की फसलों की बुवाई अब जोर पकड़ेगी।