one rumour and 150 posts how nagpur violence done tells police कुरान पर एक अफवाह और 140 पोस्ट, नागपुर में कैसे देखते ही देखते बिगड़ा माहौल, Maharashtra Hindi News - Hindustan
Hindi Newsमहाराष्ट्र न्यूज़one rumour and 150 posts how nagpur violence done tells police

कुरान पर एक अफवाह और 140 पोस्ट, नागपुर में कैसे देखते ही देखते बिगड़ा माहौल

  • पूरा बवाल एक अफवाह पर हुआ कि हिंदूवादी संगठनों के प्रदर्शन के दौरान एक कपड़े को जलाया गया है। इस कपड़े में कुरान की आयतें लिखी थीं। इसी अफवाह पर उस जगह भीड़ जुटी, जहां हिंदू संगठनों का प्रदर्शन हो रहा था। देखते ही देखते माहौल खराब हो गया।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, नागपुरThu, 20 March 2025 11:35 AM
share Share
Follow Us on
कुरान पर एक अफवाह और 140 पोस्ट, नागपुर में कैसे देखते ही देखते बिगड़ा माहौल

सोमवार की शाम को नागपुर में जो बवाल मचा, वह अब थम गया है। लेकिन अब भी महल समेत शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू लागू है। अब तक इस मामले में पुलिस ने 84 लोगों को अरेस्ट किया है, जिसमें ने से एक मास्टरमाइंड फहीम खान भी शामिल है। इस बीच पुलिस का कहना है कि यह पूरा बवाल एक अफवाह पर हुआ कि हिंदूवादी संगठनों के प्रदर्शन के दौरान एक कपड़े को जलाया गया है। इस कपड़े में कुरान की आयतें लिखी थीं। इसी अफवाह पर उस जगह भीड़ जुटी, जहां हिंदू संगठनों का प्रदर्शन हो रहा था। देखते ही देखते माहौल खराब हो गया। महल इलाके में हिंदू समाज की दुकानों, घरों और प्रतिष्ठानों को टारगेट करते हुए उपद्रवी भीड़ ने जमकर पत्थरबाजी की। यह बलवा ऐसा था कि करीब एक दर्जन पुलिस वाले घायल हो गए और इतने ही नागरिकों को चोटें आईं।

पुलिस का कहना है कि कुरान की आयतें लिखे कपड़े को जलाने की अफवाह और कुल 150 के करीब उकसाने वाली पोस्ट ने माहौल बिगाड़ दिया। इन अफवाहों ने ऐसा काम किया कि देखते ही देखते मुस्लिम वर्ग के लोग बड़ी संख्या में जुटने लगे। हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के दौरान ही ये लोग जुटे तो माहौल खराब हो गया। इस पूरी साजिश में एक फेसबुक अकाउंट ऐसा भी पाया गया है, जिसका संचालन बांग्लादेश से हो रहा था। साफ है कि इस हिंसा के पीछे एक गहरी साजिश भी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के प्रदर्शन के दौरान एक चादर को जलाया गया। इस चादर में कुरान की आयतें लिखी थीं।

इस मामले में पुलिस ने 7 लोगों को अरेस्ट किया था, जिन्हें गुरुवार को बेल पर ही रिहा कर दिया गया। नागपुर पुलिस के साथ मिलकर महाराष्ट्र साइबर सेल ने जो जांच की है, उससे पता चला है कि करीब 140 पोस्ट और वीडियो ऐसे थे, जिनसे लोगों को उकसाने की कोशिश हुई। इन अकाउंट्स को नोटिस भेजा गया है। फेसबुक से इन अकाउंट्स को चलाने वालों की पहचान पूछी गई है। इसके अलावा ऐसी आपत्तिजनक सामग्री हटाने को भी कहा गया है। महाराष्ट्र साइबर सेल का कहना है कि इन पोस्ट को इस तरह से लिखा गया था कि एक वर्ग की भावनाएं आहत हों। इसी के नतीजे में जो उपद्रव हुआ, उसने माहौल बिगाड़ दिया।

ये भी पढ़ें:औरंगजेब प्रासंगिक नहीं,उसकी कब्र पर विवाद क्यों? नागपुर हिंसा के बाद RSS का बयान
ये भी पढ़ें:10वीं तक पढ़ाई, गडकरी के खिलाफ चुनाव; कौन हैं नागपुर हिंसा वाला फहीम खान
ये भी पढ़ें:फहीम खान निकला नागपुर हिंसा का मास्टरमाइंड, फोटो जारी; गडकरी से हारा था चुनाव

सीएम फडणवीस ने कहा था- हिंसा के पीछे कोई साजिश है

फिलहाल प्रशासन ने नागरिकों को अलर्ट किया है कि वे सोशल मीडिया पर कोई भी पोस्ट सोच-समझकर ही शेयर करें। बांग्लादेश से संचालित होने वाले एक फेसबुक अकाउंट पर तो यह भी लिखा गया कि अभी यह एक छोटी घटना है। भविष्य में ऐसे कई वाकये होंगे। साइबर सेल ने फेसबुक से ऐसी सभी सामग्रियों को ब्लॉक करने को कहा है। अब तक पुलिस ने इस केस में 10 एफआईआर दर्ज की हैं और कुल 84 लोग अरेस्ट किए जा चुके हैं। बता दें कि सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा था कि नागपुर हिंसा के पीछे कोई साजिश है। इस केस में अरेस्ट फहीम खान के बारे में भी पता चला है कि वह लोगों को उकसाता था। यहां तक कि वह पुलिस को भी हिंदुओं की फोर्स कहता था।