लंच के लिए घर लौट रहे थे, फिर शव बटोरने में करने लगे मदद; अहमदाबाद हादसे के बाद ऐसे थे हालात
अहमदाबाद विमान हादसे के दर्द से लोग उबर नहीं पा रहे हैं। घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है। बचाव दल में शामिल लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर फैला हुआ मलबा, उसमें लोगों के सामान उठाना बेहद दर्दभरा अनुभव साबित हो रहा है।

अहमदाबाद विमान हादसे के दर्द से लोग उबर नहीं पा रहे हैं। घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है। बचाव दल में शामिल लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर फैला हुआ मलबा, उसमें लोगों के सामान उठाना बेहद दर्दभरा अनुभव साबित हो रहा है। एक स्थानीय व्यक्ति लंच करने घर लौट रहा था। लेकिन वह बीच रास्ते में शवों और मलबे को बटोरने में मदद करने लगे। गौरतलब है कि 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान क्रैश हो गया था। इस हादसे में 274 लोग मारे जा चुके हैं। अभी तक घटनास्थल से सामानों को हटाया जा रहा है। जवानों और एक्सपर्ट्स के अलावा स्थानीय लोग भी इस काम में वॉलंटियर्स की तरह इसमें मदद कर रहे हैं।
बटोर रहे थे शव के टुकड़े
एक ऐसे ही शख्स राजेश पटेल हैं। 56 साल के राजेश पटेल इसी इलाके के रहने वाले हैं। वह पेशे से रियल एस्टेट बिजनेसमैन हैं। जिस वक्त हादसा हुआ राजेश पटेल लंच करने के लिए घर आ रहे थे। लेकिन घर पहुंचने के बजाए वह अगले सात घंटे तक घटनास्थल पर मदद करते रहे। राजेश बताते हैं कि यह धमाका इतना खतरनाक था कि साइट पर जल्दी से कोई पहुंच ही नहीं पाया। उन्होंने कहाकि घटनास्थल पर हालात बहुत ज्यादा खराब थे। चारों तरफ मृतकों के शरीर के टुकड़े बिखरे हुए थे।
साड़ियों और बैग्स का इस्तेमाल
राजेश पटेल ने आगे कहाकि हम लोगों ने बैग्स और कपड़ों में शरीर के टुकड़े उठाने शुरू किए। बाद में हम लोगों ने साड़ियों का इस्तेमाल किया। उन्होंने आगे कहाकि रेस्क्यू ऑपरेशन रात नौ बजे तक चला। इस दौरान मैंने खुद करीब 50 शवों को इकट्ठा किया। इस बीच अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान दुर्घटना स्थल पर केंद्रीय और राज्य सरकार की एजेंसियों के अलावा, राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) की एक टीम को तैनात किया गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, एनएसजी टीम राहत कार्यों में अन्य एजेंसियों की सहायता के लिए घटनास्थल पर है और उसके पास कोई जांच करने की शक्ति नहीं है।
ऐसा था यह हादसा
लंदन जा रहे एअर इंडिया के विमान-बोइंग 787 ड्रीमलाइनर- में 242 लोग सवार थे लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद यह मेघाणीनगर इलाके में एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में करीब 265 लोगों की मौत हो गई। एनएसजी कमांडो को छात्रावास भवन में दुर्घटना स्थल पर देखा गया, जहां दुर्घटना के बाद से विमान का पिछला हिस्सा फंसा हुआ है। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो, डीजीसीए, अहमदाबाद अपराध शाखा और स्थानीय पुलिस सहित अन्य एजेंसियां इस घटना की जांच में शामिल हैं।