मोदी जी, भारत मेरा दूसरा घर पर अटारी बॉर्डर… ईरानी महिला की सरकार से क्या अपील
ईरानी महिला ने मोदी सरकार से अटारी बॉर्डर खुलवाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भारत मेरे लिए दूसरे घर जैसा है, लेकिन अटारी बॉर्डर खुलवा दीजिए ताकि वो घर सके।

पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता सामने आने के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान पर सख्त ऐक्शन लिए हैं, इसमें अटारी बॉर्डर को तत्काल प्रभाव से बंद करना भी शामिल है, सिर्फ पाकिस्तानी नागरिकों को ही उस मार्ग से लौटने की इजाजत है। इस आदेश से एक ईरानी महिला की मुश्किलें बढ़ गई हैं। महिला ने सरकार से अटारी बॉर्डर खुलवाने की अपील की है। महिला ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से भावुक अपील करते हुए कहा, "मोदी जी, प्लीज अटारी बॉर्डर खुलवा दीजिए, ताकि मैं अपने वतन ईरान लौट सकूं।"
ईरानी महिला अहलम का कहना है कि उनके पास सड़क मार्ग से यात्रा का वीजा है, लेकिन अब उन्हें वाघा बॉर्डर से पार करने की अनुमति नहीं मिल रही है क्योंकि केवल पाकिस्तानी नागरिकों को ही इस मार्ग से लौटने की इजाजत दी गई है।
भारत मेरे लिए दूसरे घर जैसा
महिला ने कहा, “भारत मेरे लिए दूसरे घर जैसा है। मैंने यहां कई साल बिताए हैं। भारतीय लोगों को मैं बहुत प्यार करती हूं। अब आप सब मेरी मदद कीजिए। ईरान लौटने का मेरा एकमात्र रास्ता वाघा बॉर्डर है और वह किसी अन्य मार्ग से यात्रा नहीं कर सकती हूं। मैं भी एक पर्यटक हूं और मैं भी दुखी हूं कि पहलगाम हमले में निर्दोष लोगों की जान गई, लेकिन अब मैं खुद भी संकट में हूं।”
क्यों हुआ बॉर्डर बंद?
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए जारी वीजाओं को तत्काल रद्द कर दिया। इसके तहत अटारी बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है। हालांकि पाकिस्तानी नागरिकों को अपने वतन लौटने की छूट दी गई है, लेकिन अन्य देशों के नागरिकों के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गई है।