ये तो वही हुआ, जैसे दूध की रखवाली करे बिल्ली... राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान संग UN पर ली चुटकी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के हालिया कदम से कई सवाल खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संस्था ने उस देश को आतंकवाद निरोधी पैनल का उपाध्यक्ष बना दिया जो आतंक में खुद आकंठ डूबा हुआ है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई में चलाया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत के इतिहास में आतंकवाद के खिलाफ की गई सबसे बड़ी कार्रवाई थी। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमला न केवल भारत के लोगों पर हमला था, बल्कि देश की सामाजिक एकता पर भी हमला था। देहरादून में एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवादियों ने पहलगाम में लोगों से उनका धर्म पूछकर उनकी हत्या की, लेकिन ‘‘हमने उनका धर्म नहीं पूछा, बल्कि उनके कर्म देखकर जवाब दिया।’’
इसके साथ ही उन्होंने हाल के वर्षों में संयुक्त राष्ट्र के कई फैसलों पर उठाए जा रहे सवालों की भी चर्चा की। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा पाकिस्तान को आतंकवाद निरोधी पैनल का उपाध्यक्ष बनाए जाने पर चुटकी ली और कहा कि यह तो वैसा ही हुआ, जैसे किसी बिल्ली को दूध की रखवाली करने को कहा जाय। बता दें कि इस आतंक निरोधी पैनल का गठन अमेरिका में हुए 9/11 के आतंकी हमले के बाद किया गया था।
अब भारत का तरीका बदल गया है: राजनाथ
रक्षा मंत्री ने बेलौस अंदाज में कहा, "यह किसी से छिपा नहीं है कि पाकिस्तान ने उस हमले के मास्टरमाइंड को पनाह दी थी। यह एक तरह से बिल्ली को दूध की रखवाली करने जैसा है।" हालांकि, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर “रवैया और कार्रवाई का तरीका बदल दिया है।”
सिंह ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के घेरे को मजबूत किया है। उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े हर मामले में हमने सरकार के रवैये और काम करने के तरीके दोनों को बदला है। हाल में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने इस बदलाव को देखा।’’
22 अप्रैल को हुआ था पहलगाम में हमला
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी, जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे। पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने छह मई की रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ढांचों को नष्ट करने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। पाकिस्तानी हमलों के बाद की सभी जवाबी कार्रवाई इसी ऑपरेशन के तहत की गई। सिंह ने इसे भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई के तौर पर ‘‘बड़ी और कड़ी कार्रवाई’’ बताया। उन्होंने कहा, ‘‘यह (ऑपरेशन सिंदूर) भारतीय इतिहास में आतंकवाद के खिलाफ की गई सबसे बड़ी कार्रवाई थी, मैं यह दृढ़ता से कह सकता हूं।’’ (भाषा इनपुट्स के साथ)