पाक डेलीगेशन की अमेरिका में फजीहत, US सांसद ने उठाया डॉ. अफरीदी का मुद्दा, थरूर ने दिया साथ
Operation sindoor: अमेरिका सांसद ने पाक डेलीगेशन से आग्रह किया है कि वह पाकिस्तान जाकर अपनी सरकार पर दबाव बनाए कि लादेन को मारने में अमेरिका की मदद करने वाले डॉक्टर शकील अफरीदी को जेल से रिहा कर दिया जाए। शशि थरूर ने भी इस मामले में अमेरिकी सांसद का साथ दिया है।

Shashi Tharoor News: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को विदेश भेजकर अपना पक्ष रखा था। इसकी नकल करते हुए पाकिस्तान ने भी अपने दल को विदेश में भेजा है, लेकिन अब विदेश में इस दल की फजीहत हो रही है। बिलावल भुट्टो के नेतृत्व में अमेरिका पहुंचे इस दल को तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। एक अमेरिका सांसद ने पाकिस्तानी डेलीगेशन से लादेन को मारने में अमेरिका की मदद करने वाले डॉक्टर शकील अफरीदी को जेल से रिहा करने के लिए सरकार पर दवाब बनाने के लिए कहा है। वहीं वाशिंगटन में मौजूद शशि थरूर ने भी अमेरिकी सांसद के इस प्रस्ताव का समर्थन किया।
सोशल मीडिया पर अपनी बात रखते हुए अमेरिकी सांसद शेरमैन ने कहा, "मैंने पाकिस्तानी डेलीगेशन से आग्रह किया है कि वह अपनी सरकार पर डॉक्टर शकील अफरीदी को रिहा करने का दबाव बनाए। क्योंकि पाकिस्तानी सरकार ने शकील को इस आरोप में जेल में बंद करके रखा है कि उसने संयुक्त राज्य अमेरिका को लादेन का ठिकाना बताया था। डॉक्टर अफरीदी को रिहा करना 9/11 के पीड़ितों को एक बड़ी श्रृद्धांजलि होगी।"
अमेरिका सांसद के इस पोस्ट को रिट्वीट करते हुए भारतीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले शशि थरूर ने भी पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने लिखा, "सांसद शैरमैन ने एक स्वागत योग्य जानकारी याद दिलाई है। पाकिस्तान वह देश है, जिसने न केवल आतंकवादी मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन को छिपा रखा था, बल्कि इस मुद्दे पर अमेरिकियों की मदद करने वाले एक बहादुर डॉक्टर को भी गिरफ्तार किया और उसे अभी तक जेल में डाल रखा है। पाकिस्तान में आपको आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए तो इनाम दिया जाता है लेकिन अगर आप उसके खिलाफ हैं तो आपको सजा दी जाती है।"
आपको बता दें कि डॉक्टर शकील अफरीदी एक पाकिस्तानी डॉक्टर हैं, जिन्होंने अलकायदा चीफ कुख्यात ओसामा बिन लादेन की जानकारी अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए को दी थी। इसके बाद अमेरिकी सेना ने खुफिया मिशन चलाकर लादेन को मौत के घाट उतार दिया था।