रातभर जाग रही पाकिस्तानी सेना, लगातार 8वीं रात LoC पर की गोलीबारी; मिला मुंहतोड़ जवाब
ये उल्लंघन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से बढ़े हैं, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इस हमले के जवाब में भारत ने 24 अप्रैल को सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था।

पाकिस्तान सेना ने एक बार फिर नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए 1 मई की रात को जम्मू-कश्मीर के कई क्षेत्रों में छोटे हथियारों से गोलीबारी शुरू की। यह घटना कुपवाड़ा, बारामूला, पूंछ, नौशेरा और अखनूर क्षेत्रों में हुई, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
भारतीय सेना के एक प्रवक्ता ने बताया, "1-2 मई की रात को पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने कुपवाड़ा, बारामूला, पूंछ, नौशेरा और अखनूर के सामने नियंत्रण रेखा के पार से बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी शुरू की। भारतीय सेना के जवानों ने भी तुरंत और माकूल जवाब दिया।" इस गोलीबारी में तत्काल किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
यह लगातार आठवीं रात थी जब पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम का उल्लंघन किया। इससे पहले 24 अप्रैल की रात से शुरू हुई इस तरह की घटनाओं में कुपवाड़ा और बारामूला से लेकर पूंछ, अखनूर, सुंदरबनी, नौशेरा और जम्मू के परगवाल सेक्टर तक गोलीबारी की खबरें आई हैं।
पहलगाम हमले के बाद बढ़ा तनाव
ये उल्लंघन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से बढ़े हैं, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इस हमले के जवाब में भारत ने 24 अप्रैल को सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था। पाकिस्तान ने चेतावनी दी थी कि सिंधु जल संधि के तहत पानी को मोड़ने की किसी भी कोशिश को "युद्ध का कार्य" माना जाएगा।
भारत-पाकिस्तान डीजीएमओ के बीच बातचीत
इस बीच, भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच मंगलवार को हॉटलाइन पर बातचीत हुई, जिसमें भारतीय पक्ष ने पाकिस्तान को अकारण गोलीबारी के खिलाफ चेतावनी दी। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना को इन उकसावों के लिए सख्त चेतावनी दी गई है।
सीमा पर बढ़ी सतर्कता
नियंत्रण रेखा पर तनाव के बीच, कश्मीर घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियानों को तेज कर दिया गया है। अनंतनाग, पुलवामा और शोपियां के इलाकों में सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान शुरू किया है। सीमा क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया गया है और नजदीकी कस्बों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
भारत और पाकिस्तान ने फरवरी 2021 में नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम समझौते को फिर से करने पर सहमति जताई थी, लेकिन पहलगाम हमले और उसके बाद के घटनाक्रमों ने इस समझौते को कमजोर कर दिया है। भारत और पाकिस्तान के बीच 3,323 किलोमीटर लंबी सीमा है, जिसमें 2,400 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी), 740 किलोमीटर की नियंत्रण रेखा और 110 किलोमीटर की वास्तविक स्थिति रेखा (एजीपीएल) शामिल है।
भारत की स्थिति
भारतीय सेना ने स्पष्ट किया है कि वह स्थिति पर पूर्ण नियंत्रण रखे हुए है और किसी भी उकसावे का जवाब देने के लिए तैयार है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति और सैन्य तैयारियों के बारे में जानकारी दी थी।