इराकी जहाज के साथ कर्नाटक आया पाकिस्तानी नागरिक, भारत ने नहीं दी उतरने की इजाजत; फोन जब्त
जहाज 14 मई की सुबह 9:20 बजे शारजाह के लिए रवाना हो गया। बता दें कि भारत ने पाकिस्तानी जहाजों को भारतीय बंदरगाहों में प्रवेश की अनुमति पर सख्त प्रतिबंध लगा रखा है।

कर्नाटक के करवार बंदरगाह पर एक इराकी मालवाहक जहाज 'एमटी आर ओशन' के चालक दल में शामिल एक पाकिस्तानी नागरिक को भारत में प्रवेश करने से रोक दिया गया। यह जहाज 11 मई की रात को इराक के अल जुबैर से बिटुमेन (डामर) लेकर करवार बंदरगाह पर पहुंचा था। बंदरगाह अधिकारियों ने सुरक्षा कारणों से पाकिस्तानी और सीरियाई नागरिकों को जहाज से उतरने की अनुमति नहीं दी और उनके मोबाइल फोन सहित सभी दस्तावेज जब्त कर लिए। यह निर्णय 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा सतर्कता के तहत लिया गया। उस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे।
वरिष्ठ बंदरगाह अधिकारी ने बताया कि जहाज के चालक दल में कुल 18 सदस्य थे, जिनमें 15 भारतीय, एक पाकिस्तानी और दो सीरियाई नागरिक शामिल थे। यह जहाज इराक के अल ज़ुबैर बंदरगाह से चलकर भारत आया था और इसमें बिटुमिन लदा हुआ था।
तीनों के मोबाइल फोन जब्त
बंदरगाह पर जब यह पोत पहुंचा, तो निरीक्षण के दौरान पाकिस्तानी और सीरियाई नागरिकों की मौजूदगी ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया। इसके बाद कोस्टल सिक्योरिटी पुलिस और अन्य सुरक्षा अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन तीनों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए, ताकि वे बाहर किसी से संपर्क न कर सकें।
इन तीनों विदेशी नागरिकों को दो दिनों तक जहाज पर ही रखा गया। जहाज से माल उतरवा लिया गया। बंदरगाह अधिकारी ने बताया, “हालांकि अंतरराष्ट्रीय मालवाहक जहाजों पर विभिन्न देशों के नागरिक चालक दल के रूप में होते हैं, लेकिन भारतीय बंदरगाहों पर उतरने के लिए उन्हें विशेष अनुमति की आवश्यकता होती है। मौजूदा सुरक्षा हालातों को देखते हुए यह अनुमति नहीं दी गई।”
संवेदनशील इलाकों पर विशेष नजर
बंदरगाह सूत्रों के अनुसार, जहाज 14 मई की सुबह 9:20 बजे शारजाह के लिए रवाना हो गया। कोस्टल सिक्योरिटी पुलिस के निरीक्षक निशचल कुमार ने पुष्टि करते हुए कहा, “तीनों को मोबाइल फोन के इस्तेमाल से मना किया गया और जहाज के साथ ही वापस भेज दिया गया। तटीय निगरानी बढ़ा दी गई है और संवेदनशील इलाकों पर विशेष नजर रखी जा रही है।”
इस घटनाक्रम के बीच भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ एक के बाद एक कड़े कदम उठाए हैं। हाल ही में केंद्र सरकार ने भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए थे और उन्हें तत्काल देश छोड़ने के निर्देश दिए थे। इसके अलावा किसी भी पाकिस्तानी झंडे वाले पोत को भारतीय बंदरगाहों पर प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है।