Panchkula Mass Suicide: किसने लिखा था सूइसाइड नोट? लिखावट का सैंपल तलाश रही पुलिस
पुलिस का कहना है कि घटनास्थल से पाए गए दो सूइसाइड नोट की लिखावट मैच करवाने के लिए सैंपल निकालने की कोशिश की जा रही है। बैंक ने अब तक सैंपल नहीं दिया है।

पंचकूला में सात लोगों के परिवार की जहर खाकर खुदकुशी मामले में पुलिस जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि जांच हत्या और खुदकुशी दोनो ऐंगल से की जा रही है। पुलिस मौके स मिले दो सुइसाइड नोट की लिखावट और साइन मैच करवाकर कन्फर्म करना चाहती है कि इस घटना के पीछे कोई साजिश तो नहीं है। हालांकि पुलिस को अब तक प्रवीण मित्तल के लिखावट और हस्ताक्षर के नमूने नहीं मिल पाए हैं। बता दें कि प्रवीण मित्तल, उनकी पत्नी रीना, मां विमला, पिता देशराज, बेटियां ध्रुविका और डलिशा और बेटे हार्दिक का शव पंचकूला सेक्टर 27 में एक कार में मिला था।
उस समय प्रवीण मित्तल जिंदा थे लेकिन थोड़ी ही देर में उनकी भी मौत हो गई। बताया गया कि प्रवीण ने लोन लेकर स्क्रैप की फैक्ट्री लगाई थी। इसमें करोड़ों का घाटा हुआ तो दूसरे फाइनेंसरों से कर्ज लेकर प्रवीण ने टूर ऐंड ट्रैवल का काम शुरू किया। हालांकि इस काम में भी उसे फायदा नहीं हो सका। इसके बाद वह संकेतड़ी में परिवार के साथ किराए के मकान में शिफ्ट हो गए थे।
जानकारी के मुताबिक प्रवीण की हैंडराइटिंग मैच करवाने के लिए जांच अधिकारी बैंक पहुंचे थे। उन्होंने बैंक के अधिकारियों से फॉर्म, चेक या फिर अन्य डॉक्युमेंट मांगे जिससे लिखावट मैच करवाई जा सके। हालांकि बैंक ने अब तक कोई भी दस्तावेज पुलिस को नहीं दिया है। ऐसे में फरेंसिक जांच का काम धीरे चल रहा है।
पुलिस ने कहा, हम लिखावट के सैंपल पाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। सैंपल मिलने के बाद तुरंत उसे फरेंसिक लैब भेज दिया जाएगा। पुलिस ने बताया कि दो सूइसाइड नोट पाए गए थे जिनमें कई जगहों पर लिखकरकाटा गया था और सुधारा गया था। ऐसा लगता था कि प्रवीण मित्तल अपने लिखे हुए नोट से भी पूरी तरह संतुष्ट नहीं था। नोट में कहा गया था कि कर्ज में दबे होने की वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है। नोट में कहा गया था कि वह नहीं चाहते की उनकी मौत के बाद उनके बच्चे सड़क पर आ जाए। इसलिए वे भी खुदकुशी कर रहे हैं। बच्चों को कोल्डड्रिंग में जहर दे दिया गया। नोट में यह भी लिखा गया था कि सबकी मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार उनकी बुआ का लड़का संदीप अग्रवाल करेगा।
पुलिस ने बताया कि प्रवीण के मोबाइल की जांज की जा रही है और इसके बाद फाइनेंसरों की भी तलाश की जाएगी। प्रवीण ने हाल में फोन पर जिन लोगं से बात की है उनकी भी जांच की जाएगी और इस घटना के हर पहलू को गंभीरता से परखा जाएगा। बता दें कि एक सूइसाइड नोट कार के डैशबोर्ड पर तो दूसरा बैग के अंदर मिला था। पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह नोट प्रवीण ने खुद लिखा है या नहीं। नोट में प्रवीण मित्तल ने कर्ज की बात लिखी थी।
बता दें कि सेक्टर 27 में धीरेंद्र शास्त्री के कथा स्थल के पास ही कार खड़ी पाई गई थी। संदेह पर चेक किया गया तो कार की ड्राइविंग सीट पर प्रवीण मित्तल बैठा था और उसकी हालत गंभीर थी। पिछली सीट पर छह लोग मृत पड़े थे। प्रवीण ने बताया कि वह घूमने पंचकूला आया था और बाकी लोग पीछे थकान की वजह से सो रहे हैं। पीछे उल्टी पड़ी थी। इससे लोगों को शक हुआ तो पता चला कि पीछे की सीट पर सभी छह लोगों की मौत हो चुकी है। प्रवीण को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी भी मौत हो गई। प्रवीण के ससुर का कहना है कि करोड़ों के कर्ज की वजह से वह परेशान थे।