युद्ध पर सिद्धारमैया के बयान से बवाल, पाक का बना हथियार; अब कर्नाटक CM ने दी सफाई
Karnataka CM: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा है कि उन्होंने पाकिस्तान के साथ युद्ध करने के लिए मना नहीं किया है। बल्कि उनका कहना था कि युद्ध किसी भी मुद्दे का अंतिम हथियार होता है। यह तब किया जाना चाहिए, जब कोई और रास्ता न बचा हो।

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश की भावनाएं पाकिस्तान पर भड़की हुई हैं। ऐसे में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया द्वारा यु्द्ध के विरोध में दिए गए बयान से बवाल पैदा हो गया है। कर्नाटक सीएम के इस बयान का विरोध कर रही भाजपा और जेडी एस का गुस्सा उस समय और भड़क गया जब पाकिस्तान के एक न्यूज चैनल ने सिद्दारमैया के बयान को चलाया और इसके जरिए अपने नैरेटिव को सेट करने की कोशिश की। बाद में विवाद बढ़ता देख सिद्दारमैया ने अपने बचाव में सफाई भी दी।
अपने बयान के बचाव में रविवार को मीडिया से बात करते हुए सिद्दारमैया ने कहा,"युद्ध हमेशा किसी भी देश का अंतिम विकल्प होना चाहिए.. यह कभी भी पहला या एकमात्र विकल्प नहीं होना चाहिए। जब दुश्मन को हराने के सभी तरीके विफल हो जाएं तभी हमें युद्ध का सहारा लेना चाहिए।" सिद्धारमैया ने कहा कि मैंने पाकिस्तान के साथ युद्ध करने के लिए मना नहीं किया था। मैंने जो कहा वह यह था कि युद्ध कोई समाधान नहीं है।
इसके साथ ही उन्होंने कश्मीर में सुरक्षा का मुद्दा भी दोहराया। कर्नाटक सीएम ने कहा,"वहां पर सुरक्षा की और कड़ी व्यवस्था की जानी चाहिए थी, क्योंकि बहुत सारे पर्यटक कश्मीर जाते हैं.. आखिर वहां पर सुरक्षा मुहैया कराना किसकी जिम्मेदारी है? यह किसकी जिम्मेदारी है? मैंने इस विफलता के ऊपर बात की थी.. भारत सरकार की खुफिया जानकारी में विफलता की। मैंने कहा है कि भारत सरकार ने उचित सुरक्षा मुहैया नहीं कराई। अगर युद्ध टाला नहीं जा सकता है तो होना चाहिए, ऐसा नहीं है कि ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए। लेकिन, तुरंत, युद्ध की कोई जरूरत नहीं है। यही मैंने कहा है।"
क्या कहा था कर्नाटक सीएम ने
सिद्धारमैया ने मैसूर में एक सभा में पाकिस्तान से युद्ध के सवाल पर जवाब देते हुए कहा, "पाकिस्तान के साथ युद्ध करना जरूरी नहीं है। केंद्र सरकार को कश्मीर की सुरक्षा बढ़ानी चाहिए। हम युद्ध के पक्ष में नहीं हैं। कश्मीर में शांति सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए।"
कर्नाटक सीएम ने पीएम मोदी पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आतंकी हमले के बाद हुई सर्वदलीय बैठक में भी शामिल नहीं हुए लेकिन उन्हें इससे ज्यादा महत्वपूर्ण बिहार का चुनाव लगा। वह लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं।
विपक्ष ने जमकर साधा निशाना
सिद्धारमैया के इस बयान को पाकिस्तान ने भी हाथों-हाथ लिया। इससे विपक्षी नेताओं का गुस्सा और भड़क गया। राज्य के नेता आर अशोक ने मुख्यमंत्री को पाकिस्तान रत्न बताते हुए कहा, "सिद्धारमैया अपनी बचकानी टिप्पणियों की वजह से आज पाकिस्तान में भी प्रसिद्ध हो गए हैं। अब अगर इन्हें पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भी दे दिया जाए तो आश्चर्य नहीं होगा। जब देश इतने बड़े खतरे से गुजर रहा है, बॉर्डर पर युद्ध का खतरा मंडरा रहा है.. और इस बीच हमारे सीएम हैं जो दुश्मन देश की कठपुतली की तरह काम कर रहे हैं। इनके जैसे लोग हमारे देश के लिए किसी तबाही से कम नहीं है।"