PM Narendra Modi in Maharashtra Yavatmal 10 Key Points शहीदों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा, आतंक के सरपरस्तों को सजा जरूर मिलेगी, PM मोदी की 10 खास बातें, India Hindi News - Hindustan
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शहीदों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा, आतंक के सरपरस्तों को सजा जरूर मिलेगी, PM मोदी की 10 खास बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को महाराष्ट्र के यवतमाल में सड़क से जुड़े करीब 500 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया। इसके साथ ही यवतमाल के साढ़े 14 हज़ार से अधिक गरीब परिवारों ने आज...

लाइव हिंदुस्तान महाराष्ट्रSat, 16 Feb 2019 01:00 PM
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शहीदों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा, आतंक के सरपरस्तों को सजा जरूर मिलेगी, PM मोदी की 10 खास बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को महाराष्ट्र के यवतमाल में सड़क से जुड़े करीब 500 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया। इसके साथ ही यवतमाल के साढ़े 14 हज़ार से अधिक गरीब परिवारों ने आज अपने नए घर में प्रवेश भी किया है। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2022 तक हर बेघर को पक्का घर देने का लक्ष्य रखा है और सरकार तेज़ी से अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ रही है।

जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'मैं जानता हूं कि हम सभी किस गहरी वेदना से गुजर रहे हैं। पुलवामा में जो हुआ, उसको लेकर आपके आक्रोश को मैं समझ रहा हूं। यहां महाराष्ट्र के 2 वीर सपूतों ने पुलवामा में अपने प्राणों की आहूति दी है। जिन परिवारों ने अपने लाल को खोया है, उनकी पीड़ा मैं अनुभव कर सकता हूं।'

मोदी ने कहा कि इन शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, 'आतंकी संगठनों ने, आतंक के सरपरस्तों ने जो गुनाह किया है, वो चाहे जितना छिपने की कोशिश करें, उन्हें सज़ा जरूर दी जाएगी। सैनिकों में और विशेषकर CRPF में जो गुस्सा है, वो भी देश समझ रहा है। इसलिए सुरक्षाबलों को खूली छूट दी गई है।'

यवतमाल में पीएम मोदी के भाषण की 10 अहम बातें 

* यवतमाल की कोलाम जनजाति का स्वच्छता के प्रति जो आग्रह है, उसका जिक्र मैंने मन की बात कार्यक्रम में भी किया था। चंद्रपुर के युवाओं ने जिस तरह वहां के किले को साफ किया था, उससे देश के अनेक युवाओं को ऐसे ही स्वच्छता अभियान की प्रेरणा मिली है।

* आज पांढरकवड़ा के, यवतमाल के विकास से जुड़ी सैकड़ों करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है। इनमें गरीबों के घर से जुड़े, सड़कों से जुड़े, रेलवे से जुड़े, रोज़गार और स्वरोज़गार से जुड़े, शिक्षा से जुड़े अनेक प्रोजेक्ट्स हैं।

* देश की सुरक्षा के साथ ही देश की समृद्धि के लिए भी हमारी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसलिए विकास की पंचधारा यानि बच्चों को पढ़ाई, युवाओं को कमाई, बुजुर्गों को दवाई, किसान को सिंचाई और जन-जन की सुनवाई पर बल दिया जा रहा है।

* थोड़ी देर पहले सड़क से जुड़े करीब 500 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया गया है, इसके अलावा पुणे- अजनी-पुणे हमसफर एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई गई है। ये ट्रेन दौंड, मनमाड, भुसावल और बडनेरा होते हुए जाएगी। इससे इन सभी जगहों के लोगों को बहुत सुविधा होने वाली है।

* यवतमाल के साढ़े 14 हज़ार से अधिक गरीब परिवारों ने आज अपने नए घर में प्रवेश भी किया है। केंद्र सरकार ने 2022 तक हर बेघर को पक्का घर देने का लक्ष्य रखा है और सरकार तेज़ी से अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ रही है। अब तक देश के गांव और शहरों में 1.5 करोड़ गरीबों के घर बनाए जा चुके हैं।

* मुझे याद है कि पिछली बार जब मैं यहां आया था, तो शेतकरी समाज से लंबा संवाद किया था। आज ये जानकारी देना चाहता हूं कि हाल के बजट में शेतकरी समाज के साथ-साथ, जो हमारे घुमंतु समाज के लोग हैं, हमारे श्रमिक हैं, इन सभी के लिए बड़ी योजनाओं का ऐलान किया गया है।

* पीएम किसान सम्मान निधि के नाम से सरकार ने किसानों की सीधी आर्थिक मदद करने की योजना बनाई है। इस के तहत ऐसे किसान जिनके पास 5 एकड़ से कम जमीन है, उन किसानों के बैंक खाते में हर वर्ष 6 हज़ार रुपए जमा किए जाएंगे। महाराष्ट्र के लगभग 1.2 करोड़ किसान परिवारों को सीधा लाभ होगा।

* ज़मीन हो, जंगल की पैदावार हो, पढ़ाई लिखाई हो, खेल से जुड़ी प्रतिभा हो, हर स्तर पर आदिवासियों के कल्याण के लिए व्यापक प्रयास हो रहे हैं। जनधन से लेकर वनधन योजना तक, जनजातीय समुदाय के बहन-भाइयों के लिए काम किया जा रहा है।

* वन-उपज पर जो समर्थन मूल्य सरकार देती है, उसमें बीते साढ़े 4 वर्ष में 3 बार बढ़ोतरी की गई है। सरकार द्वारा MSP के दायरे में आने वाली फसलों को बढ़ाया गया है। जहां साढ़े 4 वर्ष पहले जंगल से मिलने वाली 10 उपजों पर MSP मिलता था, अब वो संख्या बढ़कर करीब-करीब 50 हो चुकी है।

* हमारे जनजातीय इलाकों में सिकल सेल की एक बीमारी बहुत सामान्य है, विशेषतौर पर विदर्भ में इस बीमारी की बहुत अधिक समस्या है। इस बीमारी के इलाज के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा हो, रिसर्च की सुविधा हो, इसके लिए चंद्रपुर में रिसर्च से जुड़ा सेंटर स्थापित किया जा रहा है।