आखिर हमारा क्या गुनाह है, भारत ने भगाया तो अपनी ही सरकार पर भड़के पाकिस्तानी
भारत से पाकिस्तान लौटने वाले नागरिकों ने शहबाज शरीफ की सरकार पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि आखिर उनकी गलती की सजा आम जनता को क्यों मिल रही है।

पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने जिस तरह से पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है, उससे पड़ोसी देश में खलबली मची हुई है। भारत सरकार ने शॉर्ट टर्म वीजा वाले पाकिस्तानियों को रविवार तक ही वापस जाने का आदेश दे दिया था। अब पाकिस्तानी भारत सरकार के आगे फैसला वापस लेने के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं। वहीं पाकिस्तान के नागरिक अपनी सरकार पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। उनका कहना है कि आतंकवाद को पनाह पाकिस्तान की सरकार देती है, ऐसे में आम जनता का क्या गुनाह है जिसे इसकी सजा भुगतनी पड़ रही है।
बता दें कि मेडिकल वीजा वाले लोगों के वापस लौटने के लिए मंगलवार तक का समय दिया गया था। मंगलवार को अटारी-वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान वापस जाने वालों की संख्या में फिर इजाफा देखा गया। पाकिस्तानी नागरिक समरीन ने कहा कि सितंबर में वह 45 दिन के वीजा पर भारत आई थीं और उनकी यहीं पर शादी हुई है। उन्हें लॉन्ग टर्म वीजा नहीं मिल पाया इसलिए वापस जाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों और पाकिस्तानियों से सवाल होना चाहिए। आखिर हमारी गलती क्या है? कम से कम जिन लोगों के रिश्तेदार भारत में रहते हैं उन्हें रुकने की इजाजत मिलनी चाहिए।वहीं एक अन्य पाकिस्तानी ने कहा, मैंने 10 साल पहले दिल्ली में शादी की थी। कोविड के दौरान ही मेरा वीजा खत्म हो गया। मेरे पास NORI (नो ऑब्लिगेशन टु रिटर्न टु इंडिया) वीजा है लेकिन मुझे भी देश छोड़ने को कह दिया गया है। हमें इसकी सजा नहीं मिलनी चाहिए।
पाकिस्तान लौटने वाले कृष्ण कुमार ने कहा, मैं 45 दिन के टूरिस्ट वीजा पर भारत आया था। अब हमें वापस लौटना पड़ रहा है. सरकार को पहलगाम के दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए। दोनों देशों को मिलकर इसका निदान निकालना चाहिए। बता दें कि 27 अप्रैल से पाकिस्तानियों को जारी किए गए सभी तरह के शॉर्ट टर्म वीजा रद्द कर दिए गए हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश ऐसा पहला राज्य है जहां के 100 प्रतिशत पाकिस्तानियों को वापस भेजा जा चुका है। योगी आदित्यनाथ खुद इस अभियान की देखरेख कर रहे हैं। पाकिस्तानियों को बुधवार तक वापस भेज देने की बात कही गई है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां पाकिस्तानी नागरिकों की तलाश में जुटी हैं।