29 lakh extorted from elderly woman by keeping her digital arrest for 5 days मुंबई से दिल्ली तक पांच दिन रखा डिजिटल अरेस्ट, बुजुर्ग महिला से साइबर अपराधियों ने ऐठें 29 लाख; कैसे हुआ शक, Ncr Hindi News - Hindustan
Hindi Newsएनसीआर न्यूज़29 lakh extorted from elderly woman by keeping her digital arrest for 5 days

मुंबई से दिल्ली तक पांच दिन रखा डिजिटल अरेस्ट, बुजुर्ग महिला से साइबर अपराधियों ने ऐठें 29 लाख; कैसे हुआ शक

साइबर ठगों ने एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला को धनशोधन के मामले में फंसाने की धमकी देकर मुंबई से दिल्ली तक पांच दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा। इस दौरान जालसाजों ने महिला को धमकाकर उसकी दो एफडी तुड़वाई और 29.10 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में जमा करा लिए।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, नई दिल्ली। हेमंत कुमार पांडेयThu, 13 March 2025 08:09 AM
share Share
Follow Us on
मुंबई से दिल्ली तक पांच दिन रखा डिजिटल अरेस्ट, बुजुर्ग महिला से साइबर अपराधियों ने ऐठें 29 लाख; कैसे हुआ शक

साइबर ठगों ने एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला को धनशोधन के मामले में फंसाने की धमकी देकर मुंबई से दिल्ली तक पांच दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा। इस दौरान जालसाजों ने महिला को धमकाकर उसकी दो एफडी तुड़वाई और 29.10 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में जमा करा लिए। जालसाजों के तीसरी बार रुपये मांगने पर महिला को ठगी का अहसास हुआ और उसने रोहिणी साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई।

पीड़िता आशा वाधवानी के पति भगन दास का पिछले साल निधन हो चुका है। वह रोहिणी सेक्टर 24 स्थित फ्लैट में अकेले रहती हैं। पीड़िता ने बताया कि वह बीते साल पांच दिसंबर को मुंबई में रहने वाली अपनी मां के पास कुछ दिनों के लिए गई थीं। इसी दौरान 13 दिसंबर को उनके मोबाइल पर अंजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया। जालसाज ने महिला को बताया कि उनके आधार नंबर का इस्तेमाल धनशोधन में किया गया है। इसके बाद शख्स ने महिला से अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए कहा। ऐसा नहीं करने पर केस दर्ज करने की धमकी दी।

संपत्ति का ब्योरा लेने के बाद मांगे रुपये

ठगों ने पीड़िता आशा वाधवानी से फोन पर बात करते समय 9 नंबर दबाने को कहा। इसके बाद एक अन्य नंबर से व्हाट्सऐप वीडियो कॉल आई। इसमें शख्स की आवाज सुनाई दे रही थी, लेकिन वह दिख नहीं रहा था। ठग ने जांच के नाम पर महिला से उनकी संपत्ति का ब्योरा मांगा तो उन्होंने 3.8 लाख और 25.3 लाख रुपये की दो एफडी की जानकारी दी। ठगों ने 17 दिसंबर को फिर बुजुर्ग महिला को फोन किया और उनसे 3.8 लाख रुपये की एफडी को कैश कराकर अपने बताए बैंक खाते में जमा कराए।

पीड़िता ने 19 दिसंबर को 25.3 लाख ठगों को भेजे

पीड़िता ने बताया कि 18 दिसंबर को ठगों ने दोबारा वीडियो कॉल किया। फिर दूसरी एफडी की रकम को भी अपने बताए बैंक खाते में जमा करने को कहा, लेकिन कागजी कार्यवाही की वजह से वह एफडी मुंबई से कैश नहीं हो सकती थी। ऐसे में पीड़िता आनन-फानन में 19 दिसंबर को मुंबई से दिल्ली पहुंची। बैंक में जाकर 25.3 लाख की एफडी तुड़वाकर रकम को ठगों के बताए खाते में जमा करा दिया।

तीसरी बार रुपये मांगने पर हुआ शक

पीड़िता ने बताया कि मुंबई पहुंचने पर फिर ठगों ने वीडियो कॉल कर और रुपये की मांग की। इसके बाद महिला को शक हुआ, तो उन्होंने अपने दामाद को घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी। इसके बाद रोहिणी साइबर थाने में ठगी की एफआईआर दर्ज कराई गई।

क्या है डिजिटल अरेस्ट

डिजिटल अरेस्ट में जालसाज गैर कानूनी सामान का पार्सल भेजे जाने, बैंक अकाउंट से गैर कानूनी ट्रांजेक्शन या फिर पार्सल के जरिए ड्रग तस्करी किए जाने की बात कह गिरफ्तार करने का भय दिखाते हैं। ठग जांच अधिकारी बन वीडियो कॉल कर शख्स को अपने घर में ही बंधक बना देते हैं।

ऐसे कर सकते हैं बचाव

● अनचाही कॉल, ईमेल या सोशल मीडिया के जरिये आने वाले मैसेज से सावधान रहें। गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर पर जो ऐप नहीं हैं उन्हें डाउनलोड करने से बचें

● अपनी निजी फाइनेंशियल जानकारी जैसे लॉगिन आईडी, पासवर्ड, बैंक डिटेल्स या ओटीपी किसी से शेयर न करें। फाइनेंस से जुड़ा ऐप होने पर रजिस्ट्रेशन नंबर भी जरूर देखें

● निवेश संबंधी सलाह देने वाले व्यक्ति, ग्रुप और विशेषज्ञ की जांच के लिए उससे एसईबीआई या आरबीआई की तरफ से जारी लाइसेंस का जरूर पता कर लें

यहां करें शिकायत

अगर आपको केस दर्ज करने या गिरफ्तार करने को लेकर डराया-धमकाया जाता है तो हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें। इसके अलावा आप वेबसाइट https//cybercrime.gov.in/ पर शिकायत कर सकते हैं।