सांप्रदायिक तनाव फैलाने की थी आतंकी साजिश, सेना ने मुस्लिम अफसर से ब्रीफिंग कराकर दिया बड़ा मेसेज: आप
विदेश सचिव के बयान का हवाला देते हुए कहा कि आतंकवादियों द्वारा जानबूझकर ये कोशिश की गई कि देश के अंदर हिन्दू-मुस्लिम तनाव फैले। इसलिए जो लोग देश में ये मेसेज फैलाने में लगे हुए थे कि धर्म पूछा जाति नहीं पूछी, उन्हें ये बात जरूर सुननी चाहिए।

आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सेना द्वारा की गई प्रेस ब्रीफिंग में विदेश सचिव द्वारा जो कहा गया, वह सबको सुनना चाहिए। उन्होंने विदेश सचिव के बयान का हवाला देते हुए कहा कि आतंकवादियों द्वारा जानबूझकर ये कोशिश की गई कि देश के अंदर हिन्दू-मुस्लिम तनाव फैले। इसलिए जो लोग देश में ये मेसेज फैलाने में लगे हुए थे कि धर्म पूछा जाति नहीं पूछी, उन्हें ये बात जरूर सुननी चाहिए।
विदेश सचिव द्वारा कहे गए बयान का एक हिस्सा, जिसे सौरभ भारद्वाज ने हाईलाइट किया। 'हमले का यह तरीका जम्मू- कश्मीर और पूरे देश में सांप्रदायिक दंगे भड़काने के लिए प्रेरित करना भी था।' सौरभ भारद्वाज ने इस बयान को आधार बनाते हुए कहा कि आतंकवादियों द्वारा जानबूझकर ये कोशिश की गई कि देश के अंदर हिन्दू-मुस्लिम तनाव फैले।
आतंकवादियों ने जानबूझकर महिलाओं के जरिए देश को ये मेसेज देने की कोशिश की कि उन्होंने हिन्दुओं को चुन-चुनकर मारा है। ताकि भारत में जब ये बात फैले तो देश के अंदर सांप्रदायिक तनाव और हिन्दू-मुसलमानों के बीच नफरत बढ़े, जिससे देश में हमले हों और भारत देश कमजोर पड़ जाए।
आज आतंकवादियों की स्ट्रैटजी को भारत के विदेश सचिव ने पूरे देश के सामने बता दिया है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जो लोग देश में तमाम तरह से ये मेसेज फैलाने में लगे हुए थे कि धर्म पूछा जाति नहीं पूछी। उन सब लोगों को आज ये समझने की जरूरत है, जब आप देश के अंदर सांप्रदायिक तनाव फैला रहे थे। नफरत को बढ़ावा दे रहे थे, आप उन आतंकवादियों की स्ट्रैटजी को आगे बढ़ा रहे थे। क्योंकि, आतंकवादी यही चाहते थे कि आप हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच नफरत फैलाएं।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इसीलिए आज भारतीय सेना ने सोच समझकर एक मुसलमान महिला अफसर कर्नल सोफिया कुरैशी द्वारा इस प्रेस ब्रीफिंग को कराया गया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ये सेना की तरफ से एक बड़ा मेसेज है कि आप धर्म से उठकर इस युद्ध को हिन्दुस्तान और पाकिस्तान की नजर से देखिए। इसके अंदर हिन्दू और मुसलमान की नजर से देखना बंद कर दीजिए। जो लोग ऐसे देख रहे हैं